राजनीति के चाणक्य अमर सिंह को डेल्टा कॉलोनी के लोगों ने किया याद, निधन पर जताया शोक

हमेशा बढ़ाते थे लोगों का हौसला: सुभाष राणा

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। अमर सिंह राजनीति में जितने कठोर थे सामाजिक और पारिवारिक जीवन में उतने ही सहज थे। परिस्थितयां कितनी भी गंभीर क्यों ना हो वह हमेशा हौसला बढ़ाते थे। राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले दिग्गज राजनेता अमर सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए समाजसेवी एवं अमर सिंह के करीबी सुभाष राणा ने यह बातें कही। सुभाष राणा ने कहा कि अमर सिंह भले ही बीमार हो गये थे। लेकिन कभी भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। अमर सिंह को याद करते हुए सुभाष की आंखों में आंसु आ गये। उन्होंने कहा पहले बाबुजी और फिर अब अमर जी का निधन काफी कष्टकारी है।

कड़कड़ मॉडल निवासी सुभाष अमर सिंह के करीबी ही नहीं बल्कि पारिवारिक सदस्य की तरह थे। एक बार अमर सिंह के पिता ठाकुर हरिश चंद्र सिंह (बाबुजी) बीमार हो गये उस समय सुभाष ने उन्हें अपना खून दिया था। अमर सिंह जब राजनैतिक गतिविधियों में बेहद व्यस्त थे उस समय बाबुजी की देखरेख सुभाष राणा ही किया करते थे। सूर्यनगर ए-ब्लॉक स्थित कोठी संख्या 309 में राज्यसभा सांसद अमर सिंह एवं उनके पिता पहले रहा करते थे। डेल्टा कॉलोनी (सूर्य नगर, चंद्र नगर, रामप्रस्थ, रामपुरी, ब्रज विहार, राधा कुंज) के लोग अमर सिंह के निधन पर आहत हैं। वरिष्ठ पत्रकार एवं राधाकुंज निवासी नवीन डोभाल बताते हैं कि वह कहीं भी रहें लेकिन हर चुनाव में वोट डालने यहां अवश्य आते थे। कॉलोनी के लोग यदि किसी समस्या को लेकर उनके पास जाते तो वह समस्या का हल जरूर करवाते थे। लोगों से बड़े ही सहज भाव से मिलते थे। डेल्टा कॉलोनी आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी पीके शर्मा कहते हैं कि अमर सिंह एक योद्धा थे और उन्होंने एक वीर योद्धा की तरह जंग लड़ा। चाहे वह राजनीति का मैदान रहा हो या फिर बीमारी। उनके निधन से दुख पहुंचा है। सूर्य नगर के पूर्व पार्षद अजय सिंह को अमर सिंह भाई की तरह मानते थे और हरे परेशानी में उनका साथ दिया। अमर सिंह के निधन से अजय सिंह काफी आहत हैं। समाजसेवी एवं डेल्टा कॉलोनी आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी एसके मित्तल कहते हैं कि अमर सिंह का निधन हम सभी के लिए काफी कष्टकारी है। वह काफी समय से बीमार थे। फिर भी कभी बीमारी को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया।