यमुना प्राधिकरण के मेडिकल डिवाइस पार्क में 6300 करोड़ निवेश के मिले प्रस्ताव, 1110 करोड़ निवेश के एमओयू पर हुए ऑन साइट हस्ताक्षर

नागपुर में आयोजित इंडियन फार्मास्यूटिकल कांग्रेस में यमुना प्राधिकरण के स्टॉल पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, फार्मा सेक्टर के निवेशकों के साथ हुई बैठक

उदय भूमि ब्यूरो
नागपुर/ ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में हो रहे औद्योगिक विकास कार्यों की चर्चा देश के सभी हिस्सों में हो रही है और निवेशक यमुना सिटी में निवेश को लेकर खासी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। नागपुर में आयोजित 72 वीं इंडियन फार्मास्युटिकल कांग्रेस (आईपीसी) में इसका असर देखने को मिला। इनवेस्ट यूपी के तहत यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) द्वारा स्टॉल लगाया गया था। प्राधिकरण के स्टॉल पर फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री से जुड़े लोग काफी संख्या में लोग पहुंचे और उन्होंने प्राधिकरण की मेडिकल डिवाइस पार्क योजना में दिलचस्पी दिखाते हुए निवेश के कई प्रस्ताव पर ऑन साइट हस्ताक्षर किये। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने स्टॉल पर आने वाले निवेशकों और फार्मास्युटिकल कांग्रेस के दिग्गजों को मेडिकल डिवाइस पार्क सहित यमुना प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश में औद्योगिक निवेश के अवसर और निवेशकों को होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी। इसका नतीजा रहा कि आईपीसी में मेडिकल डिवाइस पार्क में 6300 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव मिले और 1110 करोड़ रुपये के निवेश को लेकर ऑन साइट एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। फरवरी में लखनऊ में होने वाले यूपी ग्लोबल इंवेस्टर समिट में अन्य प्रस्तावों को लेकर एमओयू साइन होंगे।


इंडियन फार्मास्यूटिकल कांग्रेस (आईपीसी) देश भर के फार्मा पेशेवरों का एक संगठन है और देश के सभी जगहों के पेशेवर स्वास्थ्य और विशेष रूप से फामेर्सी से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक साथ आते हैं। इस आईपीसी के लिए फार्मा उद्योगों, नियामक निकायों, अनुसंधान एवं विकास संस्थानों, फार्मा मशीनरी उद्योग, एपीआई, एक्सिपिएंट्स और रसायन उद्योग, शिक्षक और देश-विदेश के छात्रों के लगभग हजारों प्रतिनिधि कार्यक्रम में पहुंचे। उत्तर प्रदेश में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए यमुना प्राधिकरण द्वारा यहां स्टॉल लगाया गया था। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यमुना प्राधिकरण के स्टॉल पर पहुंचे और उन्होंने प्राधिकरण की योजनाओं के बारे में जानकारी ली। स्टॉल में प्राधिकरण की विभिन्न गतिविधियों, नोएडा इंटरनेशनल एअरपोर्ट जेवर के निर्माण संबंधित जानकारी, इंटरनेशनल फिल्म सिटी परियोजना, लॉजिस्टिक पार्क, हेरिटेज सिटी, एमएसएमई कलस्टर, ओडीओपी तथा मेडिकल डिवाइसेस पार्क आदि से संबंधित जानकारी प्रदर्शित की गई। 72 वीं इंडियन फार्मास्युटिकल कांग्रेस का उद्घाटन केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने किया। नितिन गडकरी के यमुना प्राधिकरण के स्टॉल पर पहुंचने पर स्टॉफ ऑफिसर नन्दकिशोर सुंदरियाल, इनवेस्ट यूपी के चौरासिया, एस पाठक एवं ई एंड वाई के अधिकारियों ने स्वागत किया।


ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट 2023 के अंतर्गत उत्तर प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों के निवेशकों को निवेश के लिए आकर्षित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी, फार्मा सलाहकार जी एन सिंह, यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह नागपुर में चल रहे इंडियन फार्मास्युटिकल कांग्रेस में मौजूद रहे। सभी ने यमुना प्राधिकरण के स्टॉल पर आने वाले निवेशकों का सभी ने स्वागत किया तथा उन्हें उत्तर प्रदेश एवं यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण क्षेत्र में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं से अवगत कराया गया। साथ ही साथ निवेशकों को उत्तर प्रदेश शासन द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में दिए जा रहे प्रोत्साहन एवं छूट के संबंध में भी जानकारी दी। विदर्भ इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में उद्यमियों को उत्तर प्रदेश सरकार की इंडस्ट्रियल फ्रेंडली नीतियों से अवगत कराया गया और उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में किए जा रहे विकास कार्यों को देखने के लिए उत्तर प्रदेश आने का निमंत्रण दिया।


22 जनवरी को यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण के स्टॉल पर सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह द्वारा निवेशकों के साथ बीटूजी बैठक की गई। बैठक में सीईओ के साथ ओएसडी शैलेंद्र भाटिया, स्टॉफ ऑफिसर नंदकिशोर सुन्दरियाल, मेडिकल डाइवाइसेज पार्क के ईएंडवाई सलाहकार शिवम आनंद एवं आशुतोष मौजूद रहे। बैठक में मेडिकल डिवाइस पार्क से संबंधित क्रिस बायोमेडिकल इंडस्ट्रीज, लाइफ साइंस रिसोर्स डिवाइस बनाने वाली जापानी कंपनी मैसर्स शिमडूज (M/s. Shimadzu), मेडिकल डिवाइसेस की चिप बनाने वाली कंपनी मैसर्स एमफीनोल (M/s. Amphenol), आरटीपीसीआर (RTPCR) मशीन व किट बनाने वाली कंपनी मैसर्स मोलबियो (M/s Molbio), कार्डिओ रेस्पिरेटरी डिवाइसेज बनाने वाली कंपनी मैसर्स शिलर हेल्थकेयर (M/s. Schiller Healthcare) के प्रतिनिधियों द्वारा विचार विमर्श किया गया। यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाओं को देखते हुए मैसर्स क्यू लाइन बायोटेक ( M/s Q-line Biotech) द्वारा यीडा के मेडिकल डिवाइसेज पार्क में मैन्यूफक्चरिंग ऑफ आईवीडी इक्यूपमेंट एंड रिगेंटस निर्माण के लिए 600 करोड़ रुपए के निवेश को लेकर ऑन साइट एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। अल्ट्रासाउंड तथा वेंटीलेटर बनाये बनाने वाली कंपनी मैसर्स याशिका इंफ्रोटॉनिक्स (M/s Yashika Infotronic) के साथ 205 करोड़ रुपये का एम.ओ.यू. साइन किया गया, रिफ्रिजरेटर, फ्रिजर एवं बायो सेफ्टी कैबिनेट बनाने वाली कंपनी मैसर्स क्रिस बॉयोमेडिकल (M/s Krish Biomedical) के एमडी शरद जैन द्वारा भी ऑन साइट प्राधिकरण के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। इंडियन फर्मास्युटिकल कांग्रेस में यमुना प्राधिकरण द्वारा 1110 करोड़ के निवेश को लेकर ऑन साइट एमओयू हुए जबकि कुल 6300 करोड़ के निवेश के प्रस्ताव मिले। यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डॉ. अरुणवीर सिंह द्वारा प्राधिकरण क्षेत्र में फार्मा फामूर्लेशन के लिए निवशकों का स्वागत करते हुए 100 एकड में फार्मा फॉम्यूर्लेशन क्लस्टर बनाने की भी घोषणा की गई।