जीडीए ने शहर में विकास की रफ़्तार की तेज

आरओबी के काम में भी आएगी तेजी, फंड जुटाने के प्रयास तेज

संदीप कुमार (उदय भूमि ब्यूरो)
गाजियाबाद।
शहर में विकास की रफ़्तार तेज करने की कवायद जीडीए ने शुरू कर दी है। इसके तहत अधूरी योजनाओं को जल्द से जल्द पूरा करने की तरफ ध्यान दिया जा रहा है। जीडीए उपाध्यक्ष कृष्णा करुणेश हर योजना की पूरी विस्तृत जानकारी ले रहे हैं और जल्द से जल्द कैसे इस योजना को पूरा किया जाए, इस बावत अधिनस्थ अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दे रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में जीडीए की कार्यपद्वति को लेकर काफी सवाल उठते रहे हैं और शहर के विकास की कई योजनाएं ठप हो गई। इस दौरान जीडीए की माली हालत भी बद से बदतर हो गई थी। जीडीए उपाध्यक्ष का चार्ज लेने के बाद आईएएस कृष्णा करुणेश ने सबसे पहले जीडीए के खाली पड़े खजाने की स्थिति सुधारने की तरफ फोकस किया और अब विकास की रफ़्तार बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। इसी क्रम में मधुबन-बापूधाम योजना की भूमि पर कब्जा लेने की तैयारी है। इसके अलावा दिल्ली-मेरठ हाइवे को कनेक्ट करने के लिए मधुबन-बापूधाम योजना में निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज से लेकर हिंडन नदी पर तोड़े गए पुराने पुल की जगह नए पुल के निर्माण में भी तेजी आने की संभावना है। जीडीए के पास फंड की कमी है, मगर कंपाउंडिंग शुल्क वसूलने के अलावा नीलामी में संपत्तियों को बेचकर पैसा जुटाने को भरपूर प्रयास किए जा रहे हैं। इस धनराशि से जीडीए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रस्तावित ईडब्ल्यूएस भवनों का डासना-मसूरी, प्रताप विहार और निवाड़ी में निर्माण कराएगा। जीडीए उपाध्यक्ष कृष्णा करूणेश ने मधुबन-बापूधाम योजना की भूमि से संबंधित तहसीलदार दुर्गेश सिंह से ब्यौरा मांगने के बाद भूमि पर जल्द कब्जा लेने के निर्देश भी दिए है। भूमि पर कब्जा मिलने के बाद योजनाओं की शुरूआत हो सकेगी। सनद रहे कि जीडीए की करीब 350 करोड़ रुपए की योजनाएं फंडिंग के अभाव में लटकी पड़ी हैं। इनमें कुछ पर निर्माण आरंभ किया गया है। अन्य योजनाओं को भी शुरू कर जल्द पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

आरओबी-पुल के निर्माण से मिलेगी नागरिकों को राहत
जीडीए द्वारा मधुबन-बापूधाम योजना में रेलवे ट्रैक के ऊपर ओवरब्रिज और हिंडन नदी के जर्जर पुल को तोड़कर नए पुल का निर्माण कराया जा रहा है। यह काम उप्र सेतु निर्माण निगम को सौंपा गया है। सेतु निगम को पूरा पैसा नहीं मिलने से निर्माण कार्य फिलहाल रूका पड़ा है। ऐसे में आरओबी और हिंडन नदी पर पुल का निर्माण होने के बाद नागरिकों को इसका फायदा मिल सकेगा। करीब 700 मीटर लंबे और 6 लेन चौड़े आरओबी का निर्माण होना है। इसी प्रकार 180 मीटर लंबाई में हिंडन नदी पर पुल का निर्माण प्रस्तावित है। आरओबी और पुल का निर्माण लेट हो चुका है। जीडीए उपाध्यक्ष कृष्णा करुणेश का कहना है कि मधुबन-बापूधाम योजना की भूमि पर कुछ किसान कब्जा नहीं लेने दे रहे हैं। किसानों से वार्ता कर जल्द भूमि पर कब्जा लेने की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, फंड जुटाने को जोन वार कंपाउंडिंग शुल्क वसूलने के लिए सभी जोनल प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं। जीडीए की लंबित योजनाओं को पूर्ण करने हेतु प्लानिंग की गई है। आरओबी और पुल का निर्धारित अवधि में निर्माण करा लिया जाएगा। सेतु निर्माण निगम को जल्द रकम का भुगतान होगा।