दिहाड़ी मजदूरों ने 20 लाख के लिए बच्चे का किया अपहरण, मुठभेड़ में बदमाश पुलिस घायल

-अपहरण के 20 घंटे बाद पुलिस ने किया घटना का खुलासा, मांगी थी 20 लाख की फिरौती

गाजियाबाद। विजयनगर थाना क्षेत्र के बहरामपुर से मंगलवार देर शाम अपहृत हुए तीन साल के बच्चे को विजय नगर पुलिस एवं क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने 20 घंटे में मुठभेड़ के दौरान दो बदमाशों को गिरफ्तार करते हुए बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। मुठभेड़ में एक बदमाश गोली लगने से घायल हुआ और वहीं एक पुलिसकर्मी को भी गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त अपाचे बाइक, तंमचा, कारतूस, मोबाइल बरामद किया है। पकड़े गए बदमाशों ने बच्चे को छोडऩे की एवज में 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। फिरौती की रकम नही देने पर बच्चे को जान से मारने की धमकी तक दे डाली। बच्चे को सकुशल पाकर परिजनों ने पुलिस की कार्रवाही की भरी-भूरी प्रशंसा की।

हरसांव पुलिस लाइन स्थित सभागार में घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी मुनिराज जी. ने एसपी क्राइम डा. दीक्षा शर्मा एवं एसपी देहात डॉ ईरज राजा की मौजूदगी में बताया कि विजय नगर थाना प्रभारी योगेन्द्र मलिक, क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी, इंस्पेक्टर अरुण कुमार मिश्रा, अरुण कुमार, योगराज सिंह, सत्यवीर सिंह, महक सिंह, मनीष कुमार, मोहित कुमार की टीम ने बुधवार दोपहर हिंडन पुस्ता रोड़ से मुठभेड़ के दौरान सन्नी पुत्र गोरीशंकर निवासी ग्राम भरतपुरा मैनपुरी, रामशरण पुत्र रमेश जाटव निवासी कछवाया फिरोजाबाद को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि बहरामपुर गली नंबर चार के नितिन चौहान बिल्डर हैं। मंगलवार शाम करीब साढ़े पांच बजे उनका तीन साल का बेटा अथर्व उर्फ अरथु घर के बाहर खेल रहा था। इस दौरान वह लापता हो गया। परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को दी।

जब मौके पर जाकर सीसीटीवी कैमरे चेक किया गया तो एक व्यक्ति अथर्व को गोदी में ले जाता हुआ दिखाई दिया। जिससे उसके अपहरण की पुष्टि हो गई। तत्काल ही विजयनगर पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया गया। बुधवार दोपहर करीब एक बजे आरोपितों ने वाट्सएप काल कर नितिन चौहान से 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी। पुलिस इस काल से बदमाशों तक पहुंची और दोपहर तीन बजे मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। सन्नी पुलिस की गोली लगने और हेडकांस्टेबल देवप्रताप बदमाशों की गोली लगने से घायल हो गए। जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। सन्नी मूलरूप से मैनपुरी का निवासी है और पिछले 6 साल से वह बहरामपुर में किराये पर रहकर मजदूरी करता है, जबकि रामशरण फिरोजाबाद का है और नोएडा के सेक्टर 62 स्थित वजीदपुर गांव में किराये पर रहकर लेबर चौक पर मजदूरी करता है।

एसपी देहात डा. ईरज राजा ने बताया कि मंगलवार शाम को बच्चा घर के बाहर खेलता हुआ देखकर सन्नी उसे गोद में उठाकर पैदल ही लेकर चला गया। आटो से वह लालकुआं पहुंचा, यहां उसे रामशरण मिला। उसने रामशरण को बच्चा दिया और रामशरण बस द्वारा बच्चे को एटा ले गया। वह बच्चे को रात भर एटा में लेकर घूमता रहा। बुधवार दोपहर वह बच्चे को लेकर वापस गाजियाबाद पहुंचकर सन्नी से मिला और दोनों बच्चे को बाइक से लेकर हिंडन पुस्ता पहुंचे। यहां उन्होंने बच्चे के पिता को वाट्सएप काल की और बच्चे को सकुशल छोडऩे के नाम पर 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी। आरोपियों ने पीडि़त से कहा कि बच्चे की सलामती चाहते हो तो 20 लाख रुपये लेकर हिंडन पुस्ता के पास प्लाट में आ जाओ। नही तो बच्चे को मार देंगे।

उन्होंने बताया बहरामपुर निवासी सन्नी को नितिन चौहान के बारे में पूरी जानकारी थी। उन्हे मालूम था अगर उसके बच्चे को उठा लिया तो हम रातोंरात अमीर बन जाएंगे। आरोपी वही रहता था। जिसके पास नितिन का नंबर भी था। पुलिस आरोपियों को ट्रेस न कर सकेंं। इसलिए उन्होंने नितिन को वाट्सएप काल की। उनकी इसी गलती ने सलाखों के पीछे भेजने का काम कर दिया। जब नंबर को ट्रेस किया गया तो आरोपियों की लोकेशन बताए गये स्थानी पर मिली, जहां से उन्हें मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया।