-युवती समेत 15 युवक गिरफ्तार, हजारों लोगों से कर चुके है करोड़ों की ठगी
गाजियाबाद। देश-विदेश नागरिकों के कम्प्यूटर में वायरस भेजकर मदद के नाम ठगी करने वाले गिरोह का साइबर सैल टीम ने पर्दाफाश करते हुए दो युवती समेत 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से साइबर सैल की टीम ने 22 कम्प्यूटर, 15 मोबाइल, 6 फर्जी आधार कार्ड, भारत और यूएसए के नागरिकों से ठगे गए 9 चेक और 4 गाडिय़ां बरामद किया है। पकड़े गए आरोपी शातिर किस्म के है। जो कि गाजियाबाद में रहकर विदेशी नागरिकों को अपनी ठगी का निशाना बनाते थे। यह गिरोह यूएस बेस्ड लोगों के कम्प्यूटर-लैपटॉप में पहले एक वायरस भेजता था, फिर हेल्प करने के नाम पर उनके मिनटों में खाते को खाली कर देता था। बताया जा रहा है आरोपी अब तक हजारों नागरिकों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके है।
साइबर सैल प्रभारी सौरभ विक्रम सिंह ने बताया कि शनिवार सुबह मुखबिर से सूचना मिली की लिंक रोड थाना क्षेत्र स्थित पेसिफिक बिजनेस पार्क की एक बिल्डिंग में फर्जी कॉल सेंटर चल रहा है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए शनिवार सुबह एसआई पंकज सिंह के साथ छापेमारी की कार्रवाई की गई। छापेमारी के दौरान कॉल सेंटर से नदीम खान, अभिषेक राणावत, ओम शर्मा, आकाश शर्मा, राजा चौहान, रणजीत कुमार, ताबिश, रोहित कुमार, ऋषि दुबे, नवदीप मलिक, ऋषभ वशिष्ठ, मेहरूनिशा, अरुण कुमार, सत्यनारायण और लोपामुद्रा को गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि बीआरआईए कांलिग ऐप से अमेरिका छदन नाम से फर्जी हेल्पलाइन नंबर बनाकर यूएसए बेस्ड नागरिकों के कम्प्यूटर में एक बग भेजते थे। जिससे कम्प्यूटर हैंग हो जाता थे। जिसके बाद यह गिरोह उस कम्प्यूटर पर अपना हेल्पलाइन नंबर भी भेजता था। सामने वाला व्यक्ति जब मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करता तो यह गैंग रिमोट एक्सेस एप्लीकेशन ऐप (एनडेस्क, टीम वीवर, क्वीक सपोर्ट) डाउनलोड कराकर उसका पूरा कम्प्यूटर हैक कर लेते थे। डेटा हैक करके उसे रिकवर करने के नाम पर रकम वसूलते थे। पकड़े गए आरोपी हजारों लोगों डॉलर में रकम वसूल चुका है। आरोपियों ने अब तक करोड़ो रुपए की ठगी कर चुके है।