देश-विदेश में नौकरी दिलाने के नाम करते थे करोड़ो की ठगी

कॉल सेंटर के मालिक समेत तीन गिरफ्तार

गत वर्ष तमिलनाडू के बीटेक छात्र से की 13 लाख की ठगी

गाजियाबाद। बेरोजगार युवाओं को देश-विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ो रूपए की ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का साईबर क्राइम सैल एवं घंटाघर कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने पर्दाफाश करते हुए तीन ठगों को गिरफ्तार किया है। सीओ फस्र्ट अभय कुमार मिश्र ने बताया कि ऑपरेशन-420 के तहत साईबर क्राइम सैल प्रभारी सुमित कुमार एवं घंटाघर कोतवाली प्रभारी संदीप सिंह की संयुक्त टम ने मुखबिर की सूचना पर रेलवे स्टेशन रोड के पास से अमित पाल पुत्र राजकुमार पाल निवासी विष्णु विहार मुरादनगर को गिरफ्तार किया गया। गिरोह में शामिल अभिषेक महतो पुत्र देवनन्दन महतो निवासी ब्रिज हिार मुरादनगर, अरविन्द कुमार राठौर पुत्र आशाराम राठौर निवासी दौलतपुरा को पटेल नगर हरिअस्पताल के पास संचलित कॉल सेंटर से गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 15 एटीएम कार्ड, 6 मोबाइल फोन, 3 सिम, 2 लैपटॉप, इंटरनेट डॉगल, आधार कार्ड, 2 वोटर कार्ड, 1 पैन कार्ड, 2 चेक बरामद किए गए। सीओ ने बताया कि साइबर क्राइम सेल ने इस मामले में जांच की थी। जांच के दौरान पाया गया कि बेरोजगार युवकों से पिछले डेढ साल से विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करते है। बीटेक छात्र तमिलनाडू निवासी गोविन्द राज से गत वर्ष करीब 13 लाख रुपए विभिन्न नंबरों से कॉल कर कई खातों में जमा कराए। इनके खिलाफ कोतवाली में धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। पूछताछ में बताया कि एटीएम कार्ड व एक ही नाम के व्यक्ति के अलग-अगल नाम व पते के आधार पर कार्ड व वोटर कार्ड के बारे में पूछताछ कर कॉल सेंटर से कंपनियों के पुराने कर्मचारियों एवं इंटरनेट से डेटा लेकर लोगों को कॉल कर देश और विदेश में बड़े पदों पर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करते थे। ठगी कर पैसा अपने बैंक खातों में जमा कराते थे। उसके बाद रुपऐ निकालकर सिम कार्ड को तोड़कर फेंक देते थे। फर्जी कॉल सेंटर का मालिक अमितपाल है, यहीं डेटा उपलब्ध कराता था। साईबर क्राइम सैल प्रभारी सुमित कुमार ने बताया अरविंद राठौर वोडाफोन, आइडिया कंपनी का एजेंट है, जो फर्जी आईडी पर सिम व बैंक खाता उपलब्ध कराता था। अभिषेक महतो कॉल सेंटर एजेंट है। सैकड़ों लोगों को कॉल करके अब तक करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं। इनके बैंक खातों की जानकारी की जा रही हैं। आरोपित पिछले डेढ वर्षो में सैकड़ो लोगों के साथ करोड़ो रूपए की ठगी कर चुके है। जो कि फोन एवं ऑलेक्स पर लोगों से संपर्क करते थे। उन्होने बताया लॉकडाउन के कारण रोजगार की तलाश कर रहे ज्यादातर युवा इस ठगी का शिकार हो रहे है।