विवाद के बाद बैकफुट पर शिवसेना, कंगना से नहीं लेगी पंगा

-अभिनेत्री ने ऑफिस जाकर स्थिति का जायजा लिया

मुंबई। अभिनेत्री कंगना रनौत पर अब शिवसेना ने चुप्पी साध ली है। पार्टी की तरफ से उन पर कोई बयानबाजी आगे नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी नेता शरद पवार की मुलाकात के बाद शिवसेना गुरुवार को बदले रूख में दिखाई दी। उधर, कंगना रनौत ने अपने ऑफिस का जायजा लिया। वहां चारों तरफ मलबा बिखरा देखकर वह भावुक हो गईं। इस बीच मुंबई हाईकोर्ट ने कंगना के ऑफिस के मामले में 21 सितम्बर तक यथास्थिति बनाए रखने के आदेश दिए हैं। बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत और शिवसेना के बीच जुबानी जंग एकाएक थम गई है। शिवसेना ने कंगना पर अब किसी प्रकार की बयानबाजी से परहेज कर लिया है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि कंगना एपिसोड समाप्त हो चुका है। सरकार के पास और काम भी हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी नेता शरद पवार में बुधवार की देर शाम मुलाकात हुई थी। माना जा रहा है कि शिवसेना ने अब कंगना रनौत पर हमले जारी रखने की रणनीति से कदम पीछे खींच लिए हैं। दरअसल बीएमसी ने बुधवार को कंगना के पाली हिल स्थित ऑफिस के काफी हिस्से को अवैध बताकर ध्वस्त कर दिया था। इस पर कंगना ने सीधे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला बोला था। मुंबई हाईकोर्ट ने भी कंगना के ऑफिस में तोड़-फोड़ की कार्रवाई रोकने के आदेश दिए थे। उधर, अभिनेत्री कंगना ने वीरवार को अपने ऑफिस जाकर मौजूदा हालत का जायजा लिया। ऑफिस की हालत को देखकर कंगना भावुक भी हो गईं। इस दरम्यान तोड़-फोड़ की कार्रवाई को बीएमसी ने जायज करार दिया है। कोर्ट में इस बावत शपथ पत्र भी दिया गया है। वहीं, कंगना के परिवार ने सहयोग के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार का आभार जताया है। दरअसल सरकार के हस्तक्षेप के बाद कंगना रनौत को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है।