दस साल तक जमीन की किल्लत नहीं होगी, यीडा सीईओ ने बनाया प्लान

-प्राधिकरण ने छह सेक्टर के लिए 10 गांवों की जमीन अधिग्रहीत करेगा

ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह अगले दस साल की परियोजनाओं के लिए जमीन का इंतजाम करने में जुट गए हैं। इसके लिए पांच हजार हेक्टेययर का लैंड बैंक तैयार करेंगे। ताकि आने वाले समय में जमीन की किसी तरह की दिक्कत ना आए। इस काम में सरकार भी सहयोग कर रही है। अब प्राधिकरण ने छह सेक्टर के लिए 10 गांवों की करीब 1500 हेक्टेयर जमीन खरीदने की तैयारी शुरू कर दी। इसके अधिग्रहण का प्रस्ताव जिला प्रशासन को प्रस्ताव भेज दिया है।

यमुना प्राधिकरण अगले एक साल में पांच हजार हेक्टेयर जमीन का लैंड बैंक तैयार करेगा। यह लैंड बैंक आगामी दस सालों के लिए पर्याप्त रहेगा। प्राधिकरण को जमीन खरीदने में फंड की दिक्कत नहीं आएगी। इसके लिए सरकार ने बिना ब्याज के 1500 करोड़ रुपये दिए हैं। इससे पहले भी प्राधिकरण को करीब 1800 करोड़ सरकार से मिल चुके हैं। इसकी शुरुआत कर दी है। प्राधिकरण ने 1500 हेक्टेयर जमीन खरीदने में करीब तीन हजार करोड़ रुपये खर्च करेगा। प्राधिकरण सेक्टर-5, 6, 7, 8, 9 और सेक्टर-11 के लिए जमीन खरीदेगा। इसमें सेक्टर-5 आवासीय है। सेक्टर-6 औद्योगिक, सेक्टर-7 व 8 वेयर हाउसिंग एवं लाजिस्टिक और सेक्टर-9 एवं 11 संस्थागत श्रेणी का है। इन सेक्टर के लिए 10 गांवों की जमीन खरीदी जाएगी।

जमीन खरीदने के लिए यमुना प्राधिकरण ने जिला प्रशासन को प्रस्ताव भेज दिया है। इसमें मुढ़रह गांव की 298 हेक्टेयर, मिलक करीमाबाद गांव की 13 हेक्टेयर, कानुपर की 256, म्याना की 87, कल्लूपुरा की 220, दस्तमपुर की 235, इस्माइल नगर की 20, नगला शाहपुर की 138 व बीरमपुर की 167 व जौन चाना गांव 18 हेक्टेयर जमीन लेने का प्रस्ताव है। इस जमीन में से 55 हेक्टेयर जमीन सरकारी है। इसका पुर्नग्रहण किया जाएगा। वहीं, प्राधिकरण को जमीन खरीदने के लिए सरकार ने बिना ब्याज के 1500 करोड़ रुपये दिए हैं। इससे पहले भी प्राधिकरण को करीब 1800 करोड़ सरकार से मिल चुके हैं। प्राधिकरण अगले एक साल में पांच हजार हेक्टेयर का लैंड बैंक तैयार करेगा।