अपडेट: अंतिम संस्कार में शामिल हुए 23 लोगों की श्मशान घाट में मौत, श्मशान घाट में मौत का खौफनाक मंजर

प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, रक्षामंत्री ने जताया शोक, मुख्यमंत्री ने 2-2 लाख रुपए की घोषणा

अब तक 21 की मौत ओर बढ सकती है संख्या, 40 घायलों का अस्पताल में उपचार जारी

गाजियाबाद। मुरादनगर के उखलारसी शमशान घाट की मौत वाली गैलरी के भरभराकर ढ़हने के बाद जहां अब तक 23 लोगों की मौत  की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, 40 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल है। स्थानीय लोगों द्वारा बताया जा रहा है कि निर्माण कार्य नगर पालिका परिषद द्वारा ढाई माह पहले ही कराया था। मुरादनगर में हुए इस दर्दनाक हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने गहरा दुख प्रकट करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि घटना के लिए कसूरवार  लोगों को छोड़ा नहीं  जाएगा । घटना की सूचना पाकर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री वीके सिंह, मुरादनगर विधायक अजीतपाल त्यागी, कमिश्रर अनिता मेश्राम, आईजी मेरठ प्रवीण कुमार, जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय, एसएसपी कलानिधि नैथानी, एसपी ग्रामीण ईराज राजा मौके पर पहुंचे और जांच की।

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वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी श्मशान घाट हादसे पर शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की खबर से अत्यंत दुख पहुंचा है। राज्य सरकार राहत और बचाव कार्य में तत्परता से जुटी है। इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। वहीं राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, मुरादनगर, गाजियाबाद स्थित श्मशान में छत गिरने की घटना अत्यंत दुखद है। मृतकों के परिवार जन को मेरी शोक संवेदनाएं। मैं प्रार्थना करता हूं कि इस दुर्घटना में आहत लोग शीघ्र ही स्वस्थ हों। स्थानीय प्रशासन राहत और सहायता हेतु कार्यरत है। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
मुख्यमंत्री ने हादसे की अफसरों से मांगी रिपोर्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ मंडलायुक्त व आईजी रेज को मौके पर पहुंचकर तत्काल हादसे की रिपोर्ट शासन को भेजने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने घटना के पीछे के कारणों को जानने व जिम्मेदारी तय करने पर जोर दिया है। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद दोनों अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे और सभी पहलूओं पर संबंधित अधिकारियों से बात की। सीएम के निर्देश पर राज्यमंत्री अतुल गर्ग भी मौके पर पहुंचे।
पीडब्ल्यूडी की टीम कर रही हादसें की जांच
मुरादनगर के उखलारसी शमशान घाट में हुए हादसे की जिलाधिकारी ने पीडब्ल्यूडी की टीम को जांच करने के आदेश दिए हैं। आदेश के बाद पीडब्ल्यूडी की टीम मौके पर पहुंची व हादसे के कारण की जांच में जुट गई। टीम ने यहां ग्रामीणों से भी बात की। इस निर्माण कार्य को करने वाले ठेकेदार व वर्कआर्डर की कापी भी तलब की गई है। जहां शमशान घाट बना है वह झील की तरह है। यहां पानी जमा रहता है। निर्माण करने से पहले इसके नींव पर ग्रामीणों से सवाल उठाए थे। शनिवार रात करीब 3 बजे से शुरू हुई बारिश रविवार दोपहर तक लगातार होती रही। ऐसे में आंशका जताई जा रही हैं कि नींव में पानी जमा होने और मिट्टी का दबने के कारण नींव धस गई और अचानक लैंटर धंस गया।
जेसीबी से निकाले गए शव
मुरादनगर में हुए हादसे में मारे गए लोगों के शवों को निकालने के लिए जेसीबी मंगवानी पड़ी। 

हादसा इतना दर्दनाक था कि देखने वालों के भी रोंगहटे खड़े हो गये। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने आनन-फानन जेसीबी मंगवाकर रेस्क्यू शुरू करवाया। जेसीबी से मलवा हटाने का काम शुरू हुआ। एक-एक करके 20 लोगों के शवों को बाहर निकाला।

मुरादनगर हादसे में मरने वालों की सूची:

जयवीर (50) पुत्र बलवीर, सुधाकर चौधरी (46) पुत्र हरबीर सिंह, सुनील कुमार (60) पुत्र विष्णु, अक्षय (22) पुत्र विनोद, विनोद (50), सुनील (35) पुत्र मसीता, दलीप बत्रा (62) पुत्र रामधन, ओमप्रकाश (60) पुत्र अनूप सिंह, विजय सोनी (22) पुत्र मुकेश सोनी, दिग्विजय सोनी पुत्र मुकेश, प्रमोद कुमार (35) पुत्र रामपाल, नितिन (40) पुत्र इकबाल सिंह, राजीव (40) पुत्र सुरेन्द्र पाल, रोबिन (35) पुत्र संजीव, नैपाल (54) पुत्र कालूराम, दिनेश पुत्र परमानन्द, अरविंद (35) पुत्र ओमकार समेत एक अन्य अज्ञात व्यक्ति की मौत हो गई। इनके अलावा करीब 40 से अधिक व्यक्ति घायल है। जिनकी हालत भी गंभीर बताई जा रही है।