किसानों का ऐलान, अब निकालेंगे ट्रैक्टर मार्च

संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार को चेताया

नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों ने फिर हुंकार भरी है। किसानों ने अब ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान किया है। पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर 6 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। नए कृषि कानूनों के विरोध में बड़ी संख्या में किसान दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर धरनारत हैं। किसान आंदोलन को एक माह से ज्यादा का समय गुजर चुका है, मगर समस्या जस की तस है। सरकार और आंदोलनरत किसानों के बीच 4 जनवरी को बातचीत होनी है। बातचीत से पहले किसानों ने साफ कर दिया है कि वह नए कानून निरस्त होने से कम किसी बात पर तैयार नहीं हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने शनिवार को कहा कि 4 जनवरी को सरकार से बातचीत होनी है। इसके अगले दिन 5 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है। यदि बात नहीं बनी तो ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। 6 जनवरी को किसान पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। 6 से 20 जनवरी तक किसान आंदोलन के समर्थन में भाजपा के नेतृत्व की सरकार पर दबाव डालने के लिए रैलियां और विरोध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। किसानों का कहना है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य का मतलब है न्यूनतम समर्थन करना, मगर सरकार खुद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं खरीद रही। सरकार कमेटी बनाकर मसले को टालना चाहती है, मगर हम कमेटी नहीं चाहते। किसानों ने आंदोलन के दौरान निरंतर कृषकों की मौत होने पर भी गहरी नाराजगी जाहिर की। बता दें कि गाजीपुर बॉर्डर पर धरनास्थल के समीप शौचालय में शनिवार की सुबह किसान कश्मीर सिंह ने खुदकुशी कर ली थी। खुदकुशी से पहले कश्मीर ने सुसाइड नोट भी छोड़ा है। इसके पहले शुक्रवार को हार्ट अटैक के कारण भी एक किसान की मौत हो गई थी। अब तक विभिन्न कारणों से 40 से ज्यादा किसानों की जान जा चुकी है।