चुनाव आते ही खादर में धधक रही कच्ची शराब की भट्टी

-आबकारी विभाग की टीम ने जमीन से खोदकर निकाला शराब से भरे 8 ड्रम
– 65 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद, 1500 किलोग्राम लहन नष्ट

गाजियाबाद। नगर निकाय चुनाव की तारिख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, हिंडन खादर क्षेत्र में शराब की तस्करी के लिए माफिया ने भी अपना जाल बिछाना शुरू कर दिया है। चुनाव को मात्र 3 दिन शेष है। चुनाव में खादर क्षेत्र स्थित गांवों व जंगलों में शराब की भट्टियां एक बार फिर से धधकनी शुरू हो गई। सूत्रों का कहना है कि इस अवैध कारोबार को पुलिस का संरक्षण है, जहां से मोटी कमाई इन विभाग को होती है। चुनाव आते ही प्रत्याशियों की डिमांड पर शराब माफिया कच्ची शराब बनाने का काम शुरु कर देते है। जिससे कम खर्च पर प्रत्याशियों को शराब बांटकर उनके वोट का अपने खाते में जोड़ सकें। चुनावी सीजन मेंं प्रत्याशी वोटरों को लुभाने के लिए कोई कसर नही छोड़ रहे है। लेकिन आबकारी विभाग की सख्ती के चलते चुनाव में शराब बांटने की मंशा इस बार अधूरी नजर आ रही है। क्योंकि अवैध शराब के निर्माण, परिवहन एवं बिक्री पर रोक लगाने के लिए आबकारी विभाग की सात टीमें और विशेष प्रवर्तन मेरठ की टीमें लगातार छापेमारी एवं दबिश की कार्रवाई को बखूबी अंजाम दे रही है।

चुनाव को लेकर आबकारी विभाग जिले में चारों तरफ अपना जाल बिछाकर शराब माफिया की कमर तोडऩे में जुट गया है। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीम ने अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत कार्रवाई करते हुए हिंडन खादर में तैयार हो रही कच्ची शराब की भट्टी को ध्वस्त करते हुए कच्ची शराब को जब्त कर बरामद लहन को मौके पर नष्ट कर दिया। उत्तर प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त, उत्तर प्रदेश के आदेश के क्रम में डीएम एवं पुलिस आयुक्त के निर्देशन में संयुक्त आबकारी आयुक्त मेरठ जोन मेरठ व उप आबकारी आयुक्त मेरठ प्रभार मेरठ के कुशल पर्यवेक्षण में एवं जिला आबकारी अधिकारी द्वारा अवैध शराब की बिक्री, परिवहन पर पूर्णत: अंकुश लगाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया आबकारी निरीक्षक अनुज वर्मा की टीम द्वारा रविवार तड़के थाना टीला मोड़ एवं थाना मुरादनगर के अंतर्गत मथुरापुर, शमशेरपुर एवं महमूदपुर हिंडन खादर क्षेत्रों पर दबिश दी गई। दबिश के दौरान लगभग 65 लीटर अवैध कच्ची शराब तथा करीब 1500 किलोग्राम लहन और शराब बनाने के उपकरण व 8 ड्रम बरामद किया गया। अवैध कच्ची शराब को कब्जे में लेकर लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत 2 अभियोग पंजीकृत किये गये ।
उन्होंने बताया शराब माफिया ने कच्ची शराब से भरे ड्रमों को हिंडन किनारे जंगल में जमीन में गड्ढा खोदकर छिपाकर रखा हुआ था। जिसे टीम ने जमीन से खोदकर बाहर निकाला। चुनाव को लेकर आबकारी निरीक्षक एवं मुखबिर तंत्र पूरी तरह से एक्टिव है। मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब और रुपये तक बांटे जाने की आशंका रहती है। शराब की तस्करी रोकने के लिए गठित टीमें लगातार छापेमारी कर रही है। साथ ही राष्ट्रीय राजमार्गों पर भी चेकपोस्ट पर गहन जांच पड़ताल की जा रही है।

शराब बनाने का तरीका
माफिया द्वारा पुराने और सड़े गुड़ को पानी में घोलकर इसमें यूरिया आदि मिलाकर कई दिन तक धूप में सड़ाया जाता है। जब लहन तैयार हो जाता है तो उसे एक ड्रम में भरकर उसके नीचे गैस की भट्टी लगा दी जाती है। लहन से भरे ड्रम को ऊपर से थोड़ा काटकर उसके ऊपर एक बर्तन रख दिया जाता है। उस बर्तन के ऊपर नीचे से कटा खाली बर्तन लगा दिया जाता है। उस बर्तन के ऊपर पानी से भरा पतीला लगाया जाता है। पानी के पतीले और ड्रम के बीच में लगाए जाने वाले बर्तन से एक पाइप निकाली जाती है। लहन गर्म होने पर पतीले के नीचे लगे पाइप के जरिये निकलने वाली भाप बर्तन में बूंद-बूंद करके टपकती रहती है। इस बर्तन में एकत्र होने वाला द्रव ही शराब होती है।