मुख्यमंत्री ने पूछा निर्देश के बावजूद बड़े कार्यों के सत्यापन में क्यों हुई चूक

श्मशान घाट हादसे पर सीएम का आदेश रासुका में निरूद्ध होंगे इंजीनियर-ठेकेदार, जिम्मेदार बड़े अधिकारियों और सफेदपोश भी रहेंगे जांच के दायरे में

लखनऊ। जनपद गाजियाबाद के मुरादनगर श्मशान घाट हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद सख्त मिजाज में नजर आ रहे हैं। सीएम ने इस दर्दनाक घटना के लिए जिम्मेदार इंजीनियर और ठेकेदार के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इसके अलावा नुकसान की भरपाई भी आरोपियों से की जाएगी। इसी क्रम में ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है। मुरादनगर थानांतर्गत उखलारसी श्मशान घाट में रविवार को नवनिर्मित भवन की छत ढहने से 25 नागरिकों की मौत हो गई थी। हादसे में कई नागरिक घायल हो गए। इस घटना से नागरिकों में जबरदस्त आक्रोश है। शिकायत मिलने पर पुलिस ने सोमवार को नगर पालिका परिषद मुरादनगर की अधिशासी अधिकारी निहारिका सिंह, रिटायर्ड अवर अभियंता चंद्रपाल और सुपरवाइजर आशीष कुमार को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद फरार ठेकेदार अजय त्यागी को भी दबोच लिया गया है। ठेकेदार पर पुलिस ने 25 हजार रुपए का ईनाम  घोषित करने की बात सोमवार देर रात ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों के विरूद्ध धारा-304, 337, 338, 427 व 409 के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। उप्र सरकार ने हादसे के बाद मृतकों के आश्रितों को 10-10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है। श्मशान घाट की घटना से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हैं। सीएम योगी ने घटना के दोषी इंजीनियर और ठेकेदार पर रासुका के तहत कार्रवाई करने और नुकसान की भरपाई किए जाने के आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री ने मेरठ मंडल की आयुक्त और जिलाधिकारी गाजियाबाद को नोटिस जारी कर पूछा है कि जब सितंबर में 50 लाख से ऊपर के निर्माण कार्यों का भौतिक सत्यापन करने का स्पष्ट निर्देश दिया गया तो चूक क्यों हुई। इस मामले में गाजियाबाद प्रशासन की लापरवाही भी सामने आ रही है। बता दें कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर सोमवार को उप्र सरकार के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने मुरादनगर पहुंच कर पीडि़त परिवारों को सांत्वना दी थी। पुलिस प्रशासन ठेकेदार को ही पूरी तरह से जिम्मेदार बताने में तुला हुआ हैै लेकिन मुख्यमंत्री के यहां सेे जारी नोटिस सेे यही जाहिर होता है कि इसमें ठेकेदार केे अलावा जो सफेदपोश और अधिकारी जिम्मेदार और कसूरवार हैं उन्हें भी देर सवेर जांच के लपेटे में आना होगा।