यूपी के 2 शहरों में कुत्तों के बंध्याकरण का चलेगा अभियान

– गाजियाबाद में कैमरे की निगरानी में होगा कुत्तों का  टीकाकरण और बंध्याकरण

– स्ट्रीट डॉग के स्ट्रेलाइजेशन के लिए  ग्रेटर नोएडा में एक एनजीओ के साथ हुआ करार 

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद/ ग्रेटर नोएडा। आवारा कुत्तों से परेशान शहर वासियों को राहत दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश के 2 शहरों में कुत्तों के बंध्याकरण और टीकाकरण के लिए अभियान चलेगा। गाजियाबाद में जहां नगर निगम द्वारा इसको लेकर तैयारी की जा रही है वहीं ग्रेटर नोएडा में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एक एनजीओ के साथ करार किया है। गाजियाबाद में बंध्याकरण केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे जिससे कि एक्सेल पता चल सके कि कितने कुत्तों का बंध्याकरण एवं टीकाकरण हुआ है। ग्रेटर नोएडा में प्रतिदिन 10 कुत्तों के बंध्याकरण का लक्ष्य रखा गया है।
गाजियाबाद नगर निगम ने कुत्तों का बंध्याकरण कराने के लिए प्राइवेट कंपनी का चयन करने के लिए टेंडर मांगे है। निगम में आगामी 9 सितंबर को कंपनी का चयन करने के लिए टेंडर खोले जाएंगे। नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. अनुज कुमार सिंह ने बताया कि शहर में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या के चलते इनका बंध्याकरण और टीकाकरण अब सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में कराया जाएगा। नंदी पार्क गौशाला में कुत्तों के लिए श्वान केंद्र बनाया गया हैं। पारदर्शी तरीके से नंदी पार्क के पास बने बंध्याकरण केंद्र में नगर निगम ने कैमरे लगवाए हैं। शहर में अब तक 17 हजार कुत्तों का बंध्याकरण कराया जा चुका हैं। नगर निगम द्वारा संस्था के जरिए आवारा कुत्तों को पकड़ती है।  कुत्तों को पकडऩे के लिए संस्था को गाड़ी दी गई है। इस गाड़ी में जीपीएस सिस्टम लगवा दिया गया है,ताकि यह पता चलता रहे कि संस्था के सदस्य कुत्तों को पकडऩे जाते हैं या नहीं। अगर,वह गाड़ी को निगम की सीमा से बाहर लेकर जाएंगे,तो यह जानकारी भी अधिकारियों को मिल जाएगी। पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ.अनुज कुमार सिंह ने बताया कि कुत्तों का बंध्याकरण और टीकाकरण करने के बाद संस्था को आवारा कुत्तों के कान पर वी आकार का निशान बनाना होगा। इससे यह पहचान करना आसान हो जाएगा कि उसका बंध्याकरण हुआ या नहीं। आवारा कुत्तों को पकडऩे के बाद उनका टीकाकरण और बंध्याकरण करने के लिए 9 सितंबर को टेंडर खोले जाएंगे। निगम द्वारा जिस संस्था के साथ करार किया था,उसने काम करने से हाथ खड़े कर दिए थे। संस्था को 500 रुपए प्रति कुत्ते का भुगतान किया जा रहा था। संस्था की तरफ से यह राशि बढ़ाने की मांग की गई थी। इस कारण निगम ने दूसरी संस्था का चयन करने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए 9 सितंबर को नगर निगम में टेंडर खोला जाएगा। टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के बाद एक संस्था को कांट्रेक्ट दिया जाएगा। बंध्याकरण केंद्र में निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं। गाड़ी में जीपीएस भी लगाया है। ताकि गाड़ी और कुत्तों की निगरानी की जा सकें।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने स्ट्रीट डॉग के स्ट्रेलाइजेशन एवं वैक्सीनेशन के लिए एक एनजीओ के साथ अनुबंध किया है। इसके लिए स्वर्ण नगरी में एक सेल्टर बनाया गया है। एक डॉग के स्ट्रलाइजेशन एवं वैक्सीनेशन में 950 रुपये खर्च होंगे। प्रतिदिन 10 डॉग्स का स्ट्रेलाइजेशन एवं वैक्सीनेशन किया जा सकता है। ग्रेटर नोएडा परिक्षेत्र में कुत्तों के स्ट्रेलाइजेशन एवं वैक्सीनेशन का कार्य एनजीओ फ्रेंडिकोज सेका को दिया गया है। संस्था ने काम शुरू कर दिया है। यदि आप कुत्तों का स्ट्रेलाइजेशन एवं वैक्सीनेशन कराना चाहते हैं संस्था से संपर्क कर सकते हैं। इसमें 250 रुपये आरडब्ल्यूए और 700 रुपये प्राधिकरण देगा। इसके बारे में जानकारी लेने के लिए 9599332039, 24320303, 24314787 पर सम्पर्क कर
सकते हैं। इसके अलावा प्राधिकरण के प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी डा. प्रेमन्द के नंबर 7838565456 पर प्राधिकरण के हेल्प लाइन नंबर 0120-2336046,47,48 एवं 49 पर भी सम्पर्क स्थापित कर सकते हैं।