ड्रैगन को मुंहतोड़ जबाव, घुसपैठ की कोशिश नाकाम, पूर्वी लद्दाख में चीन और भारत के सैनिकों में फिर झड़प

उदय भूमि ब्यूरो
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में चीन अपनी चालबाजी से बाज नहीं आ पाया है। चीनी सैनिकों द्वारा पुन: घुसपैठ की कोशिश की गई। ऐसे में पहले से सतर्क भारतीय सैनिकों ने उन्हें खदेड़ दिया। इसके चलते दोनों पक्षों के बीच तीखी झड़प होने की खबरें हैं। इस बीच किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। भारतीय सैनिक पूरी दृढ़ता के साथ मातृभूमि की रक्षा के लिए मुस्तैद हैं। आर्मी का कहना है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में घुसपैठ का प्रयास किया। पीएलए सैनिकों ने पूर्व सहमति का उल्लंघन कर आगे बढऩे की कोशिश की। इस पर भारतीय सैनिकों ने पैंगों और पैंगोंग झील क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। नतीजन भारत और चीन के सैनिकों के मध्य झड़प हो गई। हालांकि स्थिति अब काबू में बताई गई है। सरकार का कहना है कि शनिवार की देर रात चीनी सैनिकों ने बॉर्डर पर यथास्थिति बदलने की पुन: कोशिश की है। पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर पीएएल सैनिक हथियारों के साथ आगे बढ़े थे। यह देखकर भारतीय सेना ने उन्हें पीछे खदेड़ दिया। सूत्रों का कहना है कि चीनी सेना ने जिस स्थान से सीमा के भीतर घुसपैठ का प्रयास किया था, उस स्थान पर भारतीय सेना ने स्थिति बेहद मजबूत कर ली है। सेना के पीआरओ कर्नल अमन आनंद ने कहा है कि भारतीय सेना बातचीत के माध्यम से शांति स्थापित करना चाहती है। पैंगोंग का दक्षिणी किनारा आमतौर पर चुशूल सेक्टर के नाम से जाना जाता है। मई में हिंसक झड़प होने के बाद से इस क्षेत्र में भारतीय सैनिकों की संख्या बढ़ा दी गई है। बता दें कि सीमा विवाद को सुलझाने के नाम पर बातचीत के बहाने चीन निरंतर बॉर्डर पर सैन्य शक्ति को बढ़ा रहा है। इसके मद्देनजर भारत भी समुचित कदम उठाने में पीछे नहीं है।