पुलिस हिरासत में ड्राईक्लीनर की मौत, परिजनों ने लगाया पुलिस पर हत्या का आरोप

-कांस्टेबल नीरज समेत कई पर एफआईआर

गाजियाबाद। छेड़छाड़ की शिकायत में पूछताछ के लिए हिरासत में लिए ड्राईक्लीनर दिलशाद की संदिग्ध हालात में हुई मौत के मामले में सिपाही नीरज राठी और विजय नगर थाने के पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। मृतक के भाई नौशाद ने आरोप लगाया कि सोमवार को सिपाही नीरज ने फोन कर दिलशाद को वर्दी देने के नाम पर इंदिरापुरम की अभय खंड चौकी पर बुलाया। वह दिलशाद की तलाश में चौकी पर पहुंचे तो अंदर से उसके चिल्लाने की आवाज आ रही थी। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उसे मारपीट की और उनके पूछने पर कहा कि थाना विजयनगर के पुलिसकर्मी ले गए हैं।विजय नगर थाने पहुंचे तो यह बताया गया कि दिलशाद की एक्सीडेंट में मौत हो गई है। आरोप है कि पुलिस कर्मियों ने पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। मंगलवार को दिलशाद का पैनल के जरिए पोस्टमार्टम कराया गया। जिसकी रिपोर्ट देर शाम तक आने की उम्मीद है।

विजयनगर थाना पुलिस ने दिलशाद को इंदिरापुरम की अभय खंड चौकी से पकड़ा था। पुलिस का कहना था कि दिलशाद ने थूकने के लिए गाड़ी से सिर बाहर निकाला था। इसी समय पीछे से तेज गति से आ रहे ट्रक की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई थी। परिजनों ने पुलिस पर गुमराह करने का आरोप लगा थाने में हंगामा भी किया था। 36 वर्षीय दिलशाद की संदिग्ध परिस्थितियों में सोमवार को मौत हो गई। पुलिस ने बयान दिया है कि जब इसे पूछताछ के लिए लाया जा रहा था तो कार में कैंटर ने टक्कर मार दी और उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि पुलिस कस्टडी में उनके बेटे को पीटा गया है, इस वजह से मौत हुई है। परिजनों के आरोपों के आधार पर पुलिसकर्मियों पर हत्या की एफआईआर दर्ज की गई है। दिलशाद इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में मकनपुर गांव का रहने वाला था। वो कपड़ों की धुलाई और ड्राईक्लीन का काम करता था। बकौल पुलिस,थाना विजयनगर में उसके खिलाफ महिला संबंधी अपराध की शिकायत प्राप्त हुई थी।

रविवार शाम मकनपुर चौकी प्रभारी बॉबी ने दिलशाद को फोन किया और ये कहकर बुलाया कि मेरे कुछ कपड़ों की धुलाई होनी है। दिलशाद जब चौकी पर पहुंचा तो उसे हिरासत में ले लिया गया। यहां से उसे सफेद रंग की एक कार में बैठाया और पुलिसवाले उसे विजयनगर थाने के लिए लेकर चल दिए। मृतक ड्राईक्लीनर दिलशाद के भाई नौशाद ने कांस्टेबल नीरज राठी सहित थाना विजयनगर के अज्ञात पुलिसकर्मियों पर हत्या (आईपीसी-302) की एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस वालों ने मुझे धमकी दी कि तेरे भाई को जान से मार देंगे। मैं वापस घर पहुंचा और पिता को लेकर पुन: चौकी पर आया। तब वहां मेरा भाई मौजूद नहीं था। पता चला कि उसे थाना विजयनगर ले गए हैं। जब हम विजयनगर थाने पहुंचे तो वहां पुलिसवालों ने मेरे भाई की पीट-पीटकर हत्या कर दी।

एसीपी कोतवाली सलोनी अग्रवाल का कहना है कि जिस गाड़ी से दिलशाद को पूछताछ के लिए लाया जा रहा था, उस गाड़ी में आयशर कैंटर वाहन ने टक्कर मार दी। इसमें पीछे खिड़की किनारे बैठा दिलशाद घायल हो गया। तुरंत उसको यशोदा हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने कैंटर के चालक हुकुम सिंह और क्लीनर प्रवीण कुमार को हिरासत में ले लिया है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। दिलशाद की मां ने बताया, चौकी इंचार्ज ने मेरे बेटे को वर्दी देने के लिए चौकी पर बुलाया था। वो दोपहर दो बजे घर से वर्दी लेकर गया, उसके बाद से बेटे का कुछ पता नहीं चला। हम ढूंढते हुए पुलिस चौकी और फिर थाने पर आए। वहां से पता चला कि बेटे की लाश पोस्टमार्टम हाउस पर रखी हुई है। दिलशाद की मां ने बताया, मेरे बेटे के शरीर पर कई जगह चोटों के निशान हैं। ऐसा लग रहा है, जैसे उसकी पिटाई की गई हो। हमें बताया जाए कि बेटे के साथ क्या हुआ था। मुझे इंसाफ चाहिए।