यमुना प्राधिकरण और आरआरटीएस की शानदार प्लानिंग : एक ही ट्रैक पर दौड़ेगी रैपिड रेल और मेट्रो 45 मिनट में नोएडा एयरपोर्ट से आईजीआई दिल्ली का सफर होगा पूरा

– गाजियाबाद, मेरठ, जेवर और नई दिल्ली के बीच होगी हाई-स्पीड कनेक्टिविटी
– गाजियाबाद वाया ग्रेनो वेस्ट, परी चौक रूट की डीपीआर 4 अप्रैल तक बनकर हो जाएगी तैयार
– एनसीआरटीसी बना रहा है डीपीआर, ग्रेनो वेस्ट के लिए लाइफ लाइन साबित होगी रैपिड रेल
– आरआरटीएस रूट से राया सिटी को जोड़ने की है प्लानिंग, भविष्य में आगरा तक जाएगी रैपिड रेल

विजय मिश्रा (उदय भूमि)
ग्रेटर नोएडा।
यमुना प्राधिकरण और आरआरटीएस ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की कनेक्टिविटी को लेकर शानदार प्लानिंग की है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को नई दिल्ली स्थित आईजीआई एयरपोर्ट को हाई-स्पीड ट्रेन से जोड़ने के साथ ही एनसीआर के सभी प्रमुख बड़े शहरों को आपस में जोड़ा जाएगा। इस प्लानिंग की खास बात यह है कि नोएडा एयरपोर्ट से दिल्ली एयरपोर्ट के बीच एक ही ट्रैक पर रैपिड रेल और मेट्रो भी दौड़ेगी। देश में अपने तरह का यह पहला ऐसा ट्रैक होगा जिस पर दो तरह की ट्रेन चलेंगी। इस ट्रैक पर दोनों ही प्रकार की ट्रेन का संचालन आरआरटीएस द्वारा किया जाएगा। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह आरआरटीएस के अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं। डॉ. अरुणवीर सिंह की योजना है कि जल्द से जल्द डीपीआर तैयार करके प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारा जाये।

 

नोएडा एयरपोर्ट की बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गत 19 दिसंबर को लखनऊ में बैठक की थी। बैठक में सीएम ने चार माह में गाजियाबाद के रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) वाया ग्रेटर नोएडा वेस्ट, परी चौक और यीडा सिटी से नोएडा एयरपोर्ट तक रैपिड रेल रूट का डीपीआर बनाने के निर्देश दिए थे। सीएम के आदेश पर यमुना प्राधिकरण ने एनसीआरटीआरसी को डीपीआर बनाने के लिए कहा है। इस पर काम शुरू कर दिया गया है। इस कॉरिडोर का डिजाइन इस तरह का बनाया जा है कि इसमें नमो ट्रेन के साथ-साथ मेट्रो भी दौड़ सकेगी। भविष्य में नोएडा से ग्रेटर नोएडा वेस्ट की प्रस्तावित मेट्रो ट्रेन इसी कॉरिडोर पर चलाई जा सकती है। यह रूट गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस से कनेक्ट रहेगा। ऐसे में में इसका गाजियाबाद, ग्रेनो वेस्ट और मेरठ को भी लाभ मिलेगा। नमो ट्रेन को भारत के भविष्य का ट्रेन और मेट्रो का विकल्प माना जा रहा है। हाई-स्पीड नमो ट्रेन के जरिये आस-पास के शहरों को हाई-स्पीड नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। ऐसे में इस ट्रैक का विस्तार आगरा तक होने की भी संभावना है। ऐसे में अभी से आरआरटीएस को राया सिटी से जोड़ा जा सकता है।

अहम है कि एयरपोर्ट को दिल्ली एनसीआर के शहरों से जोड़ने के लिए रोड, मेट्रो और रैपिड रेल की सीधी कनेक्टिविटी के विकल्प तलाशे जा रहे हैं। इसके लिए गाजियाबाद के आरआरटीएस वाया ग्रेटर नोएडा वेस्ट, परी चौक व यीडा सिटी से जेवर एयरपोर्ट तक रैपिड रेल का रूट फाइनल कर लिया गया है। इस रूट पर अच्छी खासी संख्या में यात्रियों के मिलने का आकलन है। आईजीआई दिल्ली से नोएडा एयरपोर्ट तक स्पेशल रैपिड रेल चलाई जाएगी, ताकि एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों को बीच में गाड़ी बदलने के लिए परेशान नहीं होना पड़े। सीधी कनेक्टिविटी होने से आईजीआई से नोएडा एयरपोर्ट तक सवा घंटे में पहुंचा जा सकेगा।

ग्रेनो वेस्ट के लिए लाइफ लाइन साबित होगी रैपिड रेल
परियोजना के मूर्तरूप लेने पर न सिर्फ नोएडा एयरपोर्ट बल्कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट व ग्रेटर नोएडा के निवासियों को काफी लाभ होगा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लिए तो लाइफ लाइन साबित होगी। दरअसल अभी ग्रेटर नोएडा वेस्ट व ग्रेटर नोएडा से गाजियाबाद पहुंचना आसान नहीं है। जिनके पास निजी वाहन नहीं है, उन्हें इधर-उधर भटकना पड़ता है। सार्वजनिक परिवहन के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं है।

2031 तक पूरा करने का लक्ष्य
पूर्व में तैयार की गई फिजिबिलिटी रिपोर्ट के मुताबिक गाजियाबाद आरआरटीसी से वाया ग्रेटर नोएडा वेस्ट होते हुए जेवर एयरपोर्ट तक चलने वाली रैपिड रेल का निर्माण कार्य पूरा होने का लक्ष्य 2031 रखा गया है। प्रथम चरण का काम गाजियाबाद से कासना तक किया जाएगा। इसके निर्माण पर 9,798 करोड़ रुपये व द्वितीय चरण में कासना से एयरपोर्ट तक के निर्माण पर 6391 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें केंद्र सरकार की हिस्सेदारी 20, राज्य सरकार की 50 व नायल की 30 फीसदी होगी। फिजिबिलिटी रिपोर्ट के मुताबिक इस रूट पर 2031 में 2.67 लाख लोग रोजाना यात्रा करेंगे।प्रस्तावित आरआरटीएस स्टेशन
1़ गाजियाबाद आरआरटीएस
2़ गाजियाबाद साउथ
3़ ग्रेटर नोएडा वेस्ट (सेक्टर-4)
4़ ग्रेटर नोएडा (सेक्टर-2
5़ नॉलेज पार्क- 5
6़ सूरजपुर
7़ परी चौक
8़ इकोटेक-6
9़ दनकौर
10़ यीडा नॉर्थ (सेक्टर-18)
11़ यीडा सेंट्रल (सेक्टर-21, 35)
12़ जेवर एयरपोर्ट

नोएडा एयरपोर्ट से आईजीआई एयरपोर्ट दिल्ली की कनेक्टिविटी बेहतर करने की प्लानिंग है। दोनों इंटरनेशनल एयरपोर्ट की दूरी 45 मिनट में तय हो सकेगी। नोएडा एयरपोर्ट से गाजियाबाद होते हुए आईजीआई तक पहुंचेंगे। आरआरटीएस द्वारा जो हाई-स्पीड रेलवे कॉरिडोर तैयार किया जाएगा उसका ट्रैक कुछ इस तरह का होगा कि नमो ट्रेन और मेट्रो ट्रेन दोनों का संचालन एक ही ट्रैक पर होगा। 4 अप्रैल तक इसकी डीपीआर तैयार हो जाएगी।
डॉ. अरुण वीर सिंह
सीईओ यमुना प्राधिकरण