खादर क्षेत्र में सुलग रही कच्ची शराब की भट्टी को आबकारी विभाग ने किया ध्वस्त

-हिंडन किनारे का खादर इलाका शराब माफियाओं के लिए स्वर्ग, आमजन के लिए नरक
-55 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद कर 800 किलोग्राम लहन को किया नष्ट

गाजियाबाद। हिंडन खादर क्षेत्र में आबकारी विभाग की सख्ती के बाद भी कच्ची शराब का कारोबार नहीं रुक पा रहा है। रिस्तल, भनेडा, महमूदपुर और जावली तक फैले इलाके में शराब माफिया का राज है। नशीले पदार्थ मिला कर कच्ची शराब तैयार की जाती है, जिसकी आपूर्ति बाइकों से ग्रामीणों तक हो रही है। दूर के गांवों तक शराब पहुंचाने के लिए छोटे वाहनों का प्रयोग होता है। हिंडन हिंडन खादर क्षेत्र में कच्ची शराब का धंधा लघु उद्योग बन चुका है। भारी मुनाफा कमाने के लिए माफिया इलाके में जानलेवा शराब बेचने से बाज नही आते है। रात के अंधेरे में केन, ट्यूब, ड्रम आदि लेकर निजी वाहनों से शराब तस्कर पहुंचते हैं और बोतलें तैयार की जाती है। ग्रामीण क्षेत्र में आपूर्ति बाइकों से हो रही है। शराब में केमिकल्स आदि मिला दिए जाते है। अधिक नशा देने की वजह से इस शराब की डिमांड रहती है। क्षेत्रीय किसानों के मुताबिक रात के समय शराब तस्कर सक्रिय हो जाते हैं।

क्षेत्र के जिन गांव में अवैध शराब का धंधा रोजी-रोटी का जरिया बन चुका है, उनमें रिस्तल, भनेडा, महमूदपुर और जावली आदि शामिल है। जहरीली शराब के जिस तैयार पव्वे की लागत लगभग 10 से 20 रुपये आती है। लैब जांच में यह मिलावटी शराब कही जाती है। हिंडन किनारे का खादर इलाका जहरीली शराब माफियाओं के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। इस इलाके में चप्पे-चप्पे पर शराब की भट्ठियां सुलगती रहती हैं। इन भट्टी में जहरीली शराब तैयार की जाती है। खादर के शराब माफियाओं तक पहुंचने के लिए आबकारी विभाग को काफी मेहनत करनी होती है। हिंडन खादर के रेत व जंगल में आबकारी विभाग की गाडिय़ां चल नहीं पाती इसलिए आबकारी टीम को पैदल ही कई किमी की दूरी तय कर पहुंचाना होता है। इसलिए जब भी आबकारी विभाग की टीम दबिश देने पहुंचती है, उससे पहले ही माफिया वहां से फरार हो जाते है। जनपद में अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत आबकारी विभाग ने फिर शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कच्ची शराब एवं लहन बरामद किया है।

जंगलों में दहकने वाली कच्ची शराब की भट्टी की भी तलाश की गई। जहां सुलगती हुई शराब की भट्टी बरामद हुई। कच्ची शराब के निर्माण के लिए हर बार माफिया को 50 हजार से अधिक रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार प्रथम ने बताया जनपद में अवैध शराब निर्माण, बिक्री एवं परिवहन के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीमें अपने-अपने क्षेत्र में दबिश एवं छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। शुक्रवार को आबकारी निरीक्षक अनुज वर्मा की टीम द्वारा थाना टीला मोड़ के अंतर्गत रिस्तल, भनेडा, महमूदपुर, जावली आदि हिंडन खादर क्षेत्रों पर दबिश दी गई। दबिश के दौरान लगभग 55 लीटर अवैध कच्ची शराब और करीब 800 किलोग्राम लहन बरामद हुआ। अवैध कच्ची शराब को कब्जे में लेकर लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत 2 अभियोग पंजीकृत किए गए।

जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि शराब माफिया हिंडन किनारे शराब की भट्टियां लगाकर कच्ची शराब बनाने का कारोबार करते है। मगर आबकारी विभाग द्वारा माफिया पर जब छापेमारी की जाती है तो उससे पहले ही शराब माफिया के लोग नदी व घनी झाडिय़ों का फायदा उठाकर मौके से फरार हो जाते है। जनपद में शराब माफिया पर कार्रवाई के लिए विभाग कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। शराब माफिया का चक्रव्यूह तोड़ने को निरंतर प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। विभाग द्वारा समय-समय पर ऐसे लोगो के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। जिस भूमि पर भट्टी जल रही होती है, उसके मालिक का पता लगाकर उसपर कार्रवाई के लिए लिखा जाता है। जिससे शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई की जा सकेंं।