होली से पहले मिलावटखोरों पर अंकुश लगाने के लिए खाद्य विभाग हुआ सक्रिय

-नकली मिठाई और किराना की दुकानों पर छापेमारी
-खाद्य पदार्थों में नहीं होने पाए मिलावट : अरविन्द कुमार यादव

गाजियाबाद। मिलावटी खाद्य पदार्थ होली पर लोगों की सेहत बिगाड़ सकते हैं। अधिक मुनाफे की लालच में दुकानदार खाद्य पदार्थों में जमकर मिलावट कर रहे हैं। ऐसे में कोई भी खाद्य पदार्थ खरीदें तो जांच-परखकर। वरना मुंह का स्वाद तो बिगड़ेगा ही, बीमार पड़ना भी तय है। होली पर्व में मिलावटखोरी पर अंकुश लगाने के लिए खाद्य सुरक्षा प्रशासन ने अभियान तेज कर दिया है। जिसके लिए टीमें भी गठित कर दी गई है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के आयुक्त एवं जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह के निर्देश पर होली पर्व को दृष्टिगत रखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग अभियान शुरू कर दिया है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के सहायक आयुक्त खाद्य अरविंद कुमार यादव ने बताया कि खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी करने वालों पर शिकंजा कसने के लिए छापेमारी की जा रही है। ताकि खाद्य पदार्थों में मिलावट न होने पाए।

मंगलवार को मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी एनएन झा के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा अधिकारी विजय कुमार, मीरा सिंह, जयपाल सिंह, निधि रानी, मोहित कुमार, सुरेन्द्र कुमार चौरसिया, प्रेमचन्द्र, राकेश कुमार यादव, अंशुल पाण्डेय, महेन्द्र प्रताप सिंह, विनीता सिंह, शैलेंद्र सिंह, भावना अगरिया, नरेन्द्र कुमार, अमित कुमार सिंह की टीम द्वारा खाद्य कारोबारकर्ता सिंघल स्वीट्स गोवन्दिपुरम, महागणेश किराना स्टोर गोविन्दपुरम, आर्डिनेस फैक्ट्री मुरादनगर, परंपरा स्वीट्स राजनगर एक्सटेंशन, पूजा जनरल स्टोर राकेश मार्ग, वसुन्धरा व वैशाली, मेट्रो मॉल, गाजियाबाद सिंघल स्वीट्स महेन्द्रा, अग्रवाल स्वीट्स गोविन्दपुरम से खाद्य पदार्थों-छेना स्वीट्स, बेसन, रंगीन कचरी, खोया, कलाकंद, फ्लेवर्ड मिल्क, रसभरी, छेना टोस्ट, नमकीन, कलर्ड कचरी, मिल्क, पनीर-3, खोया-2, घी, बेसन, पापड, हल्दी पाउडर, कचरी, पनीर, आलू भुजिया, काजू बादाम नमकीन, छेना चमचम, खोया एवं नमकीन के नमूनें संकलित किए गए।

सहायक आयुक्त खाद्य अरविंद कुमार यादव ने बताया 25 मार्च को होली है और त्योहार आते ही बाजार में मिलावटखोर सक्रिय हो जाते हैं। मुनाफा कमाने के चक्कर में मिलावटखोर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हैं। इसे रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जिसके लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। टीम के अधिकारी शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर खाद्य सामग्रियों की जांच करेंगे। साथ ही नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा। साथ ही मौके पर अगर खराब खाद्य सामग्री पाई जाती है तो नष्ट कराते हुए, मिलावटखोर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अगर जांच रिपोर्ट में नमूने फेल आए तो संबंधित के खिलाफ कोर्ट में वाद दायर कराया जाएगा।