यमुना सिटी के सेक्टर 29 में अपैरल पार्क का हुआ शिलान्यास

– 175 एकड़ में फैले अपैरल पार्क में हैं 89 औद्योगिक भूखंड

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह द्वारा औद्योगिक ईकाईयों को भूखंडों पर भौतिक कब्जा दिलाने के साथ औद्योगिक ईकाईयों को चालू कराने को लेकर तेजी से काम किया जा रहा है। 31 दिसंबर तक यमुना सिटी में 100 औद्योगिक ईकाईयां क्रियाशील हो जाएंगी। औद्योगिक गतिविधियों को तीव्र गति देने के उद्देश्य से सोमवार को अपैरल पार्क का शिलान्यास किया गया। यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण क्षेत्र में सेक्टर 29 मैं बन रहे अपैरल पार्क का कुल क्षेत्रफल 175 एकड़ है। इसमें कुल 89 भूखंड है जिनमें से 81 भूखण्ड आवंटित किए जा चूके हैं। यमुना प्राधिकरण द्वारा 64 भूखंडों का लीस प्लैन तथा चैक लिस्ट इश्यू की जा चुकी है।

सोमवार को अपैरल पार्क के 39 भूखंडों पर भौतिक कब्जा पत्र आवंटियों को वितरित किये गये। कार्यक्रम में बिमटेक के डॉयरेक्टर हरिवंश चतुर्वेदी विशेष अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर एनएईसी के अध्यक्ष ललित ठकराल द्वारा प्राधिकरण का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। ललित ठकराल ने बताया कि अपैरल पार्क यमुना प्राधिकरण की एक सफल योजना है। इसमें अभी भी 70 से अधिक औद्योगिक इकाइयों द्वारा भूखंडों की मांग की जा रही है। यमुना सिटी में स्थापित इस एपैरल पार्क क्लस्टर के कारण गौतमबुद्ध नगर को सिटी ऑफ अपैरल के नाम से भी जाना जाता है। ये यमुना प्राधिकरण द्वारा स्थापित पहला औद्योगिक कलस्टर है। इसके साथ ही यमुना प्राधिकरण कलस्टर के रूप में औद्योगिक क्षेत्रों को विकसित करने की शुरुआत की गई है। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह द्वारा ललित ठकराल एवं उनकी टीम को अपैरल क्लस्टर की स्थापना के लिए यमुना प्राधिकरण क्षेत्र को चुनने के लिए धन्यवाद दिया गया।

डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि प्राधिकरण के औद्योगिक क्षेत्र के अंदर कन्वेन्शन सेंटर, एग्जिबिशन सेंटर वा डेडिकेटेड कार्गों की स्थापना की जाएगी। जेवर में निर्माणाधीन नोएडा इंटरनेशनल एअरपोर्ट में डेडिकेटेड कार्गों विकसित किया जाएगा। वर्तमान में कार्गों के अंदर सबसे अधिक हिस्सेदारी करीब 37 प्रतिशत वस्त्र उद्योग की है। जेवर में बनने वाला कार्गों दिल्ली से भी सस्ता पड़ेगा क्योंकि यहाँ पर फ्यूल पर केवल 1 प्रतिशत का वैट सरकार द्वारा लगाया जा रहा है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया है की प्राधिकरण के इस अपैरल पार्क को बल्लभगढ़ के पास से दिल्ली नोएडा एक्सप्रेस वे से जोड़े जाने का कार्य एनएचएआई द्वारा शुरू कर दिया गया है। प्राधिकरण क्षेत्र में रैपिड रेल एनसीआरटीसी की स्टडी भी प्रारंभ करा दी गई है। इस क्षेत्र में देश का पहला और विश्व का छठा पॉड टैक्सी सिस्टम बनाया जाएगा, जिसके लिए प्राधिकरण द्वारा अंतरर्राष्ट्रीय निविदा भी जारी की जा चुकी है तथा पीआरटी सिस्टम की प्री बिड बैठक में विश्व की सभी सर्वश्रेष्ठ कंपनियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

सीईओ ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक भूखण्डों पर दी जा रही 1.5 एफएआर को बढ़ाकर 2.0 करने का फैसला लिया गया है जिस पर शासन स्तर से शीघ्र ही आदेश जारी हो जाएगा। इसके अलावा औद्योगिक भूखंडों में ग्राउंड कवरेज को बढ़ाकर 60 प्रतिशत करने का भी निर्णय लिया गया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा सभा में उपस्थित सभी उद्योगपतियों से निवेदन किया गया कि वह अपने उद्योगों में स्थानीय युवाओं को रोजगार प्रदान करें और स्किल डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना। इसके लिए यदि जमीन की आवश्यकता पड़ती है तो प्राधिकरण निशुल्क जमीन उपलब्ध कराएगा।