25 अगस्त को करोड़ों रुपए की संपत्तियों को नीलामी में बेचने की जीडीए ने की तैयारी

-नीलामी में बेची जाएंगी व्यवसायिक-दुकान भूखंड-भवनों समेत 260 संपत्तियां: सीपी त्रिपाठी

गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की विभिन्न योजनाओं में रिक्त संपत्तियों को खरीदना चाहते है,तो उन खरीदारों के लिए यह अच्छी खबर है। जीडीए व्यवसायिक भूखंड, दुकानों के भूखंड से लेकर भवनों समेत अन्य संपत्तियों को मिलाकर करीब 260 संपत्तियों को बेचने के लिए आगामी 25 अगस्त यानि कि शुक्रवार को नीलामी का आयोजन करेगा। यह नीलामी प्रत्येक शुक्रवार अवकाश के दिन को छोड़कर आयोजित की जाएगी। जीडीए की ओर से इस बार लोहियानगर स्थित हिंदी भवन में नीलामी का आयोजन किया जाएगा। इन संपत्तियों में 2000 वर्गमीटर से कम क्षेत्रफल के औद्योगिक भूखंड, व्यवसायिक भूखंड,दुकानों के भूखंड,आवासीय भवन, भूखंड, पेट्रोल पंप, सीएनजी पंप आदि भूखंडों को नीलामी में बेचा जाएगा। इसके अलावा 2000 वर्गमीटर व इससे अधिक क्षेत्रफल के मल्टीप्लेक्स व्यवसायिक, ओल्ड एज होम, सामुदायिक केंद्र भूखंड, कन्वीनियेंट शॉपिंग भूखंड, गु्रप हाउसिंग भूखंड, स्कूल-कॉलेजों आदि शिक्षण संस्थान, नर्सिंग होम श्रेणी के भूखंडों को टू-बिड सिस्टम निविदा एवं नीलामी के माध्यम से बेचा जाएगा।
वहीं, विभिन्न योजनाओं में सामुदायिक केंद्रों को अनुज्ञप्ति एवं लाइसेंस पद्धति के आधार पर 10 वर्ष के संचालन के लिए देने को लेकर नीलामी की जाएगी। जीडीए के अपर सचिव सीपी त्रिपाठी ने बताया कि जीडीए की विभिन्न योजनाओं में उक्त संपत्तियों को बेचने के लिए करीब 9 माह बाद अब नीलामी का आयोजन किया जा रहा है।

आगामी 25 अगस्त यानि कि शुक्रवार को लोहियानगर स्थित हिंदी भवन में सुबह 10 बजे से नीलामी का आयोजन किया जाएगा। नीलामी में करीब 260 संपत्तियों को रखा जाएगा। करोड़ों रुपए की संपत्तियों को नीलामी में बेचने के लिए जीडीए के संपत्ति अनुभाग की ओर से तैयारी पूरी की जा रही हैं। इन संपत्तियों को बेचकर जीडीए को 250 करोड़ रुपए से ज्यादा की आय होने का अनुमान है। इनमें 150 से अधिक आवासीय भवन,भूखंड एवं 100 से अधिक व्यवसायिक व औद्योगिक,पेट्रोल पंप व प्राइमरी व नर्सरी स्कूल के भूखंड आदि शामिल किए गए हैं। जीडीए अपर सचिव ने बताया कि यह रिक्त संपत्तियां इंदिरापुरम विस्तार योजना में गुु्रप हाउसिंग भूखंड,कोयल एंक्लेव योजना में ग्रुप हाउसिंग भूखंड, इंदिरापुरम शक्तिखंड-4 में मल्टीप्लेक्स भूखंड, वैशाली सेक्टर-6 में ओल्ड एज होम व सामुदायिक भूखंड,कर्पूरीपुरम योजना में ओल्ड एज होम भूखंड,प्रताप विहार,तुलसी निकेतन में गु्रप हाउसिंग भूखंड, मधुबन-बापूधाम योजना में कम्यूनिटी सेंटर भूखंड के अलावा प्राइमरी, नर्सरी स्कूल भूखंड, नर्सिंग होम भूखंड, हेल्थ केयर हब मधुबन-बापूधाम एवं मधुबन-बापूधाम योजना में औद्योगिक व व्यवसायिक भूखंड आदि को नीलामी में बेचा जाएगा। वहीं, जीडीए अपनी आय बढ़ाने के लिए भू-उपयोग बदलकर प्लॉट बेचने की भी प्लानिंग कर रहा है।

जिलाधिकारी एवं जीडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह के निर्देश पर जीडीए के अधिकारी इस पर मंथन कर रहे हैं। जीडीए की विभिन्न योजनाओं में ऐसे भूखंडों को चिन्हित किया जा रहा है। जहां इन भूखंड़ों का भू-उपयोग बदलकर बेचने का निर्णय लिया गया है। यह भूखंड पिछले 8 से 10 साल के दौरान कई बार योजना लांच करने के बाद भी अभी तक नहीं बिक सके हैं। ऐसे भूखंड़ों को चिन्हित कर नियमानुसार इनका भू-उपयोग परिवर्तित किया जाएगा। जो उक्त क्षेत्र के लोगों की जरूरत के हिसाब से बेहतर हो और भूखंड आसानी से बिक सकें। जीडीए की इन भूखंड़ों को बेचकर आय में वृद्धि होगी। वहीं,शहर में कराए जाने वाले विकास कार्य भी पूरे किए जा सकेंगे।