-रामपुर के सीडीओ नंदकिशोर कलाल बने नए उपाध्यक्ष, प्रदेश में 46 आईएएस अधिकारियों के तबादले
उदय भूमि संवाददाता
लखनऊ। प्रदेश सरकार ने मंगलवार को प्रशासनिक स्तर पर बड़े फेरबदल करते हुए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) के उपाध्यक्ष अतुल वत्स का ट्रांसफर कर दिया। उनके स्थान पर रामपुर के मुख्य विकास अधिकारी नंदकिशोर कलाल को उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई है। नियुक्ति विभाग के विशेष सचिव विजय कुमार की ओर से जारी आदेश में कहा गया कि शासन ने जनहित में नंदकिशोर कलाल को उनके वर्तमान पद से स्थानांतरित कर तत्काल प्रभाव से गाजियाबाद विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष नियुक्त करने का निर्णय लिया है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, गाजियाबाद में तेजी से बढ़ते शहरी विकास और नगर नियोजन के कार्यों को प्रभावी बनाने के लिए यह कदम उठाया गया है। अतुल वत्स के कार्यकाल में जीडीए की कई विकास परियोजनाओं में तेजी आई, जिसमें शहरी सौंदर्यीकरण, सड़क निर्माण और आवास योजनाओं के क्रियान्वयन जैसी प्रमुख योजनाएं शामिल रही। नंदकिशोर कलाल एक निपुण और परिणामोन्मुख अधिकारी माने जाते हैं। रामपुर में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने विकास कार्यों में पारदर्शिता और कुशल प्रबंधन के लिए सराहनीय कदम उठाए थे। अब उनके नेतृत्व में गाजियाबाद में अधूरे विकास कार्यों की समीक्षा और नई योजनाओं के कार्यान्वयन पर तेजी आने की उम्मीद है।
प्रदेश में बड़े फेरबदल के तहत 46 आईएएस अधिकारियों के तबादले
योगी सरकार ने मंगलवार को पूरे प्रदेश में 46 आईएएस अधिकारियों के तबादले किए। जारी सूची के मुताबिक आईएएस धनलक्ष्मी को डीजी मत्स्य बनाया गया है, आईएएस राजेश कुमार मिर्जापुर के मंडलायुक्त बने हैं, जबकि आईएएस प्रखर कुमार सिंह को सीडीओ वाराणसी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा, बलरामपुर और कौशांबी के जिलाधिकारी भी बदले गए हैं। इन बदलावों का उद्देश्य राज्य की प्रशासनिक कार्यक्षमता को और मजबूत करना, विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाना और जनहित से जुड़े मामलों में अधिकारियों की सक्रियता सुनिश्चित करना बताया जा रहा है।
माना जा रहा है कि वे जल्द ही शहर पहुंचकर कार्यभार संभालेंगे और शहर के अधूरे विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे। सरकारी हलकों में इसे गाजियाबाद में नगर नियोजन और शहरी विकास को नई गति देने वाला कदम बताया जा रहा है। गाजियाबाद के नागरिकों को उम्मीद है कि नए उपाध्यक्ष के नेतृत्व में विकास परियोजनाओं का क्रियान्वयन तेजी से होगा और शहर में सड़कों, आवास और शहरी सुविधाओं में सुधार की प्रक्रिया और तेज़ होगी। साथ ही, प्रशासनिक बदलाव से अधिकारियों में नए जोश और प्रतिबद्धता की लहर भी देखने को मिल रही है।


















