Ghaziabad Development – गाजियाबाद के विकास के लिए नगर निगम के 167 करोड़ रुपये की योजना को मिली मंजूरी, 14वां एवं 15वां वित्त के तहत स्वीकृति हुए कार्य, शहर की हवा की गुणवत्ता सुधारने और प्रदूषण स्तर में कमी लाने पर खर्च होंगे 50 करोड़
Ghaziabad Development -गाजियाबाद। शहर के विकास के साथ-साथ उसकी आबोहवा सुधारने के लिए बनाये गये प्लान को मंजूरी मिल गई है। जल्द ही प्लान पर अमल करके विकास कार्यों को रफ्तार देने के साथ-साथ शहर में प्रदूषण के स्तर को कम किया जाएगा। शहर में विकास कार्यों को गति देने और प्रदूषण स्तर कम करके हवा को साफ और स्वच्छ बनाने के लिए गाजियाबाद नगर निगम द्वारा तैयार 168 करोड़ रुपये की योजना को शुक्रवार को स्वीकृति मिली। 15वां वित्त आयोग एवं 14वां वित्त आयोग के तहत योजना पर काम होगा। नगर निगम द्वारा शहर में विद्यालयों के सुदृढ़ीकरण से लेकर सुचारू पेयजल आपूर्ति, नालों का जीर्णोंद्वार एवं सड़़कों का निर्माण होने से शहर के सूरत में अब बदलाव आएगा।
निगम सभागार में हुई बैठक
Ghaziabad Development को लेकर तैयार प्लान पर चर्चा के लिए नवयुग मार्केट स्थित नगर निगम सभागार में बैठक हुई। मेयर आशा शर्मा की अध्यक्षता तथा डिस्ट्रिकट मजिस्ट्रेट आरके सिंह एवं म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर के निर्देशन में हुई बैठक में सभी प्रस्तावों पर बारीकी से चर्चा की गई। बैठक में 15वां वित्त आयोग के अंतर्गत कराये जाने वाले कार्यों पर चर्चा हुई। बैठक में चर्चा के बाद प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई। बैठक में डिस्ट्रिकट मजिस्ट्रेट आरके सिंह, म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर, जीड़ीए सचिव संतोष राय, अपर नगरायुक्त राज नारायण पांडे, अपर नगरायुक्त प्रमोद कुमार, अपर नगरायुक्त शिव पूजन यादव, जीएम जल योगेश कुमार, लेखाधिकारी अरुण मिश्रा, मुख्य अभियंता मोइनुद्दीन खान, नगर स्वास्थ अधिकारी डॉ. मिथलेश, उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज सिंह, अधिशासी अभियंता देशराज आदि उपस्थित रहे।
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वाटर लॉगिंग क्षेत्र में एसडब्लू ड्रेन का होगा निर्माण
नगर सीमा क्षेत्र के अंतर्गत शहर की वर्षा जल निकासी हेतु वाटर लॉगिंग क्षेत्र में एस डब्लू ड्रेन का निर्माण एवं पुराने क्षतिग्रस्त ड्रेन के जीर्णोद्धार का कार्य कराया जाएगा। जिस पर 35 करोड़ रुपए लागत आएगी। इसी प्रकार क्षेत्र के सेनिटेशन हेतु सीवरेज व प्रर्याप्त जलापूर्ति हेतु 35 करोड़ की लागत से कार्य, 100 वार्डों में छोटी गलियों में कूड़ा कलेक्शन हेतु 250 ट्राई साइकिल एवं 100 वार्डों में छोटी गलियों में 50 छोटी फॉगिंग मशीन का 4.53 करोड़ में क्रय किया जाएगा।
सड़कों को किया जाएगा डस्ट फ्री
नगर निगम सीमा क्षेत्र के अंतर्गत एयर क्वालिटी इंप्रूवमेंट हेतु मुख्य मार्ग डस्ट मुक्त के लिए आवश्यकतानुसार रिसरफेसिंग, डिवाइडर, फुटपाथए एवं क्रॉसिंग डेवलपमेंट का कार्य, मुख्य मार्गों का जीणोद्धार का कार्य कराया जाएगा। जिस पर करीब 50 करोड़ रुपए खर्च होंगे। कैपेसिटी बिल्डिंग हेतु करोड़, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड हेतु 8.53 करोड़ का प्रावधान किया गया है। 2019 में 14वां वित्त के की बैठक के उपरांत टेंडर बिलो से बची हुई धनराशि 32.66 करोड़ है। जिसके सापेक्ष नवीन कार्य का चयन किया गया।
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जलापूर्ति बेहतर होने के साथ सुधरेंगे सीवरेज
म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि सुचारू जलापूूर्ति के साथ सीवर ओवरफ्लो की समस्या को भी दूर कराया जाएगा। 15वें वित्त आयोग से जलकल विभाग द्वारा क्षेत्र में सैनिटेशन के लिए सीवरेज और पर्याप्त जलापूर्ति बेहतर करने के लिए 35 करोड़ रुपए से कार्य कराए जाएंगे। वहीं, स्वास्थ्य विभाग के सभी 100 वार्डों में छोटी गलियों में कूड़ा उठाने के लिए 250 ट्राई साइकिल एवं 100 वार्डों में छोटी-छोटी गलियों में फॉगिंग कराने के लिए 50 छोटी मशीन 4.53 करोड़ में खरीदी जाएगी।
प्रदूषण मुक्त गाजियाबाद बनाने की है योजना
म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि वित्त आयोग की बैठक में Ghaziabad Development को लेकर जो प्रस्ताव रखे गये हैं उसमें इस बात पर अधिक जोर दिया गया कि शहर की आबोहवा को स्वच्छ बनाया जाये। शहर जितना ग्रीन होगा प्रदूषण का स्तर उतना ही कम होगा। सड़कों पर धूल ना रहे इस बात पर फोकस किया गया है। वित्त आयोग की बैठक में पास हुए प्रस्तावों पर जल्द से जल्द काम शुरू कराया जाएगा।
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बैठक मे Ghaziabad Development के इन बड़े प्रस्तावों को मिली स्वीकृति
– मुख्य मार्गों का जीर्णोंद्वार का कार्य-50 करोड़ रुपए।
– कैपेसिटी बिल्डिंग का कार्य लागत-2 करोड़ रुपए।
– प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के लिए लागत-8.53 करोड़ रुपए।
– वर्ष-2019 में 14वें वित्त की बैठक के बाद बिलो टेंडर से बची धनराशि 32.66 करोड़ रुपए से होंगे विकास कार्य
– बेसिक शिक्षा विभाग के जिले में 81 विद्यालयों का सुदृढ़ीकरण का कार्य-17.23 करोड़ रुपए होंगे खर्च
– नगर निगम के 7 विद्यालयों में सुदृढ़ीकरण पर खर्च होंगे 7 करोड़।
– नगर निगम सीमा क्षेत्र में मुख्य मार्गों पर लाइट की व्यवस्था सुदृढ़ करने पर 5 करोड़ रुपए होंगे खर्च।
– निगम मुख्यालय एवं जोनल कार्यालयों के सुदृढ़ीकरण का कार्य लगभग 3 करोड़ रुपए से होगा