पेवर ब्लॉक तकनीक से और मजबूत बनेंगी ग्रेनो की सड़कें

-मजबूत सड़कें बनाने के लिए प्राधिकरण ने कंपनियों से मांगे थे सुझाव
-सीआरआरआई के प्रजेंटेशन से प्राप्त सुझावों पर अमल करेगा प्राधिकरण
-प्लास्टिक का पुर्नउपयोग होने से प्रदूषण से रोकथाम में भी मदद मिलेगी
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा में बनने वाली सड़कें अब और भी मजबूत बनेंगी। अब ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पेवर ब्लॉक तकनीक के जरिए ये सड़कें बनवाएगा। ये सड़कें पहले से अधिक समय तक चलेंगी। इस तकनीक से रोड बनाने पर प्लास्टिक का पुर्नउपयोग होने से प्रदूषण को रोकने में भी मदद मिलेगी।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा की सड़कों को और मजबूत बनाने के लिए आधुनिक तकनीक के बारे में जानकारी हासिल करने के मकसद से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट निकाला था, जिसमें सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीआरआरआई) ने भी हिस्सा लिया। इन कंपनियों ने प्राधिकरण में प्रस्तुतिकरण दिया। सीआरआरआई ने भी इस प्रस्तुतिकरण में हिस्सा लिया। सीआरआरआई ने पेवर ब्लॉक से सड़कों को बनाने की तकनीक के बारे में जानकारी दी। प्लास्टिक मिश्रित पेवर तकनीक से रोड बनने पर पहले से अधिक मजबूत होगी। इससे रोड जल्दी क्षतिग्रस्त नहीं होगी।
पेवर ब्लॉक का इस्तेमाल अंदरूनी सड़कों के लिए भी किया जा सकता है। प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों ने सीआरआरआई की इस तकनीक पर सहमति जताई है और सड़कों का निर्माण करने के लिए इसी तकनीक का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए हैं। आने वाले दिनों में इसी तकनीक से सड़कें बनाने के लिए टेंडर जारी  किए जाएंगे। इससे सड़कों की लाइफ बढ़ जाएगी और प्लास्टिक का पुर्नउपयोग होने से प्रदूषण को रोकने में भी सहायता मिलेगी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एन.जी. रवि कुमार ने बताया कि आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर पूरी पारदर्शिता के साथ ग्रेटर नोएडा की सड़कों की गुणवत्ता को और बेहतर करने तथा पहले से अधिक मजबूती के साथ सड़कों को बनाने  के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।