मेयर ने बनाई कमेटी म्युनिसिपल कमिश्नर ने जताई आपत्ति : नगर निगम की दुकानों का किराया बढ़ाने का मामला

– म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य मलिक ने मेयर को चिट्टी लिखकर कमेटी के सदस्यों के चयन में नियम का अनुपालन करने की कही बात
उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। नगर निगम की सबसे बड़ी समस्या कम आमदनी और अधिक खर्च है। नगर निगम की आमदनी कैसे बढ़ाई जाये इसको लेकर बनाई गई योजना लगातार किसी ना किसी बहाने अटक जाती है। नगर निगम की दुकानों का किराया बढ़ोत्तरी का मामला विगत दो वर्षों से अटका हुआ है। किराया बढ़ोत्तरी का मामला सुल­झ जाता है तो नगर निगम की आमदनी में 10 करोड़ रुपये से अधिक की बढ़ोत्तरी होगी। कुछ पार्षद जहां किराया बढ़ोत्तरी का विरोध कर रहे हैं वहीं कई पार्षद तत्काल किराये बढ़ाये जाने के पक्ष में हैं। पिछली बोर्ड बैठक में तय हुआ कि एक कमेटी बनाकर इसका निपटारा कर लिया जाये। लेकिन अब कमेटी गठन के मामले पर रार शुरू हो गया है। मेयर सुनीता दयाल ने कार्यकारिणी उपाध्यक्ष राजीव शर्मा के नेतृत्व में चार सदस्यीय कमेटी गठित की है। म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कमेटी में पार्षदों के चयन पर सवाल उठाते हुए निष्पक्ष कमेटी गठित करने की मांग की है। म्युनिसिपल कमिश्नर ने इस बाबत मेयर को पत्र भी लिखा है। जिसमें विगत बोर्ड बैठक में लिये गये निर्णय के क्रम में कमेटी के सदस्यों के चयन की बात कही गई है। म्युनिसिपल कमिश्नर का कहना है कि कमेटी में ऐसे पार्षदों को ना रखा जाये जो किराया बढ़ोत्तरी का पूर्ण विरोध करते हैं और ऐसे पार्षदों को भी ना रखा जाये जो किराया बढ़ोत्तरी का पूरी तरह से समर्थन करते हैं। हालांकि बोर्ड बैठक के दौरान ज्यादातर पार्षदों का रूख किराया बढ़ोत्तरी के पक्ष में देखने को मिला था। बहरहाल कमेटी को लेकर उपजे विवाद से एक बार फिर से इस मामले के अधर में लटकने की संभावना प्रबल हो गई है। उधर, शासन का भी स्पष्ट निर्देश है कि नगर निगम अपने आय के स्त्रोत बढ़ाकर निगम को स्वाबलंबी बनाये। ऐसे में किराया बढ़ोत्तरी सहित आय बढ़ाने के अन्य मामलों पर यदि इसी तरह का गतिरोध बना रहता है तो दिक्कतें बढ़नी तय है।
ज्ञात हो कि नगर निगम की शहर में 1702 दुकानों और ठिए का किराया बढ़ोतरी के लिए पार्षदों और अधिकारियों की जो कमेटी बनाई गई है उसका नेतृत्व नगर निगम उपाध्यक्ष राजीव शर्मा करेंगे। राजीव शर्मा नगर निगम के वार्ड-59 के पार्षद हैं। बोर्ड बैठक में राजीव शर्मा ने किराया बढ़ोत्तरी का पूरजोर विरोध किया था। वहीं, किराये बढ़ाने के पक्ष में इंदिरापुरम से पार्षद संजय सिंह सहित काफी संख्या में पार्षदों ने हंगामा किया था। जिसके बाद तय हुआ था कि मामले में निष्पक्ष रूख रखने वाले पार्षदों को कमेटी में रखा जाये। बोर्ड बैठक में लिये गये इस निर्णय का हवाला देते हुए म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक ने मेयर सुनीता दयाल को पत्र लिखा है। म्युनिसिपल कमिश्नर का कहना है कि निगम की बोर्ड बैठक में दुकानों का किराया बढ़ाने के प्रस्ताव का पार्षद राजीव शर्मा ने विरोध किया था। साक्ष्य के तौर पर वीडियोग्राफी भी उपलब्ध हैं। जबकि बोर्ड बैठक में यह तय हुआ था कि समिति में विरोध या समर्थन करने वाले पार्षदों को शामिल न किया जाए। ऐसे में कमेटी में अन्य पार्षद को शामिल किया जाये। उधर, पार्षद राजीव शर्मा ने म्युनिसिपल कमिश्नर के पत्र पर ऐतराज जताया है। राजीव शर्मा का कहना है कि मैंने मेयर की अनुमति लेकर बोर्ड बैठक में व्यापारियों का पक्ष रखा था। आगे भी मैं व्यापारियों की बातों को मैं रखता रहूंगा। मेयर को जो पत्र लिखा गया है उसकी भाषा ठीक नहीं है। इस पर मुझे आपत्ति है।