तय कीमत से ज्यादा पर बेची शराब तो होगी कार्रवाई, आबकारी अधिकारी के सख्त तेवर

-शराब पर अंकित मूल्यों से अधिक वसूली करने वाले विक्रेताओं की नहीं होगी खैर
-आबकारी निरीक्षकों की टीम ने चलाया दुकानों पर की ताबड़तोड़ छापेमारी
-शराब की दुकानों पर मौजूद ग्राहकों से लिया जाएगा शराब विक्रेता की कारिस्तानी का फीडबैक

उदय भूमि
गौतमबुद्ध नगर। शराब की बोतल पर दर्ज दाम से अधिक कीमत वसूली पर आबकारी विभाग दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई करेगा। आबकारी अधिकारी ने ग्राहकों से अपील की है कि अगर कोई दुकानदार एमआरपी से अधिक कीमत वसूल रहा है, तो उसके बारे में शिकायत करें। पकड़े जाने पर पहली बार दुकानदार पर 75 हजार रुपये का जुर्माना लगेगा, दूसरी बार 1.50 लाख जुर्माना और तीसरी बार पकडऩे पर लाइसेंस निरस्त किया जाएगा। आबकारी अधिकारी ने शराब विक्रेताओं पर नकेल कसने के लिए अब सोशल मीडिया के माध्यम से मिलने वाली शिकायतों पर कार्रवाई तेज कर दी है। पिछले कुछ दिनों से लगातार सोशल मीडिया पर शराब पर हो रही ओवर रेटिंग के वीडियो पोस्ट किए जा रहे है। सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले वीडियो की संख्या भले ही अधिक हो, मगर जांच करने के बाद कुछ वीडियो ही सही पाए जाते है और जिन पर आबकारी विभाग अपनी कार्रवाई भी करता है। शराब विक्रेताओं पर नजर रखने के लिए आबकारी विभाग की टीमेंं और उनके मुखबिर तंत्र अपनी नजर बनाए हुए है।

साथ ही अब दुकानों पर मौजूद ग्राहकों से भी इसकी पूछताछ की जा रही है। जिसके लिए आबकारी अधिकारी ने सभी आबकारी निरीक्षकों को सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि जिस तरह से अवैध शराब के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। ठीक उसी तरह अब शराब विक्रेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई करने के लिए अभियान में तेजी लाए। सोशल मीडिया पर पोस्ट हो रही वीडियो से आबकारी विभाग की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। आबकारी विभाग की छवि को धूमिल करने वाले शराब विक्रेताओं पर भी कार्रवाई की जरूरत है। ऐसे विक्रेता जो 5, 10 रुपये के चक्कर में विभाग की छवि को धूमिल करने से बाज नहीं आ रहे है उन्हें चिन्हित कर सलाखों के पीछे भेजा जाए और दुकानों से शराब खरीदने वाले ग्राहकों से भी विक्रेताओं के बारे में पूछताछ की जाए। जिससे शराब विक्रेताओं के व्यवहार और पेमेंट के बारे में सही जानकारी मिल सकें। शराब पर ओवर रेटिंग की शिकायतों में किसी भी इंस्पेक्टर की भूमिका संदिग्ध पाई गई तो संबंधित के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। शराब की दुकानों की जांच करें और अधिक दाम पर शराब बेचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया जिले में अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ-साथ शराब की दुकानों पर भी लगातार छापेमारी की जा रही है। सोमवार को आबकारी निरीक्षक आशीष पाण्डेय की टीम द्वारा सैनी सोनपुरा, खैरपुर गुर्जर, खेड़ा चौगानपुर स्थित देशी, विदेशी, बियर एवं मॉडल शॉप की दुकानों का निरीक्षण करते हुए गहनता से चेकिंग की गई। सभी दुकानों पर नियमों को सुनिश्चित कराने के साथ ही दुकानों पर गोपनीय टेस्ट परचेज करवाया गया। निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य पर बिक्री न हो साथ ही सभी दुकानों पर सीसीटीवी रिकॉर्डिंग सहित संचालित हो रही हैं या नहीं इसकी जांच की गई। पॉश मशीन से 100 प्रतिशत एवं ऑनलाइन माध्यम से ही बिक्री हो इसको भीं सुनिश्चित किया जा रहा है।   साथ ही लाइसेंसियों को भी सख्त निर्देश दिए गए है कि आबकारी विभाग के निरीक्षण के दौरान अगर मौके पर अनुज्ञापी नहीं पाया जाता है तो संबंधित के खिलाफ विभाग नोटिस जारी करेगा। शराब पर ओवर रेटिंग को रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीमें लगातार छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। साथ ही खुद भी अनुज्ञापी दुकानों पर शराब विक्रेताओं कार्यों की जांच करते रहे और दुकानों पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।

यूपी शराब समेत तस्कर गिरफ्तार
जिले में अवैध शराब के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के तहत आबकारी विभाग की टीम ने रात के अंधेरे में अवैध रूप से शराब बेच रहे एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया तस्कर क्षेत्र की लाइसेंसी दुकानों से ही शराब खरीद कर उसी शराब को अपनी अवैध कैंटीन में आने वाले ग्राहकों को महंगे दामों में बेचता था। जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया सोमवार को आबकारी निरीक्षक चन्द्रशेखर सिंह की टीम द्वारा थाना बीटा-2 स्थित एच्छर कार मार्केट में स्थित देशी शराब ठेके पास दबिश दी गई। दबिश के दौरान अवैध कैंटीन का संचालन कर रहे गिरीश सिंह पुत्र बाबू सिंह निवासी ई 51 शुद्ध वैष्णो ढाबा नियर मारुति शोरूम महिपालपुर साउथ वेस्ट दिल्ली को गिरफ्तार किया गया। पकड़ा गया आरोपी अवैध रुप से कैंटीन चलाने के साथ कैंटीन में आने वाले ग्राहकों को अवैध रुप से शराब बेचता था। जिसके पास से 20 पौव्वे ट्विन टावर देसी शराब यूपी मार्का बरामद किया गया। जिसके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया।