इंदिरापुरम में बाजार के दिन सड़क पर दुकान लगने से ट्रैफिक होता है जाम, व्यापारी परेशान

-व्यापारी एकता समिति की मासिक बैठक में व्यापारियों नेे उठाया साप्तहिक बाजार का मुद्दा

गाजियाबाद। वैकल्पिक स्थान होने के बाद भी सड़कों पर लग रहे साप्ताहिक बाजारों से एक तरफ जहां सड़कों पर जाम की स्थिति पैदा हो रही है। वहीं व्यापारियों को व्यापार करने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे वाहन चालकों के साथ पैदल चलने वालों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। तेज धूप में ट्रैफिक जाम से लोगों का बुरा हाल हो रहा था। इसके बाद भी ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
अपने निजी हित के लिए पुलिस भी कार्रवाई नहीं करती है। सड़कों पर लग रहे अवैध रूप से साप्ताहिक बाजार से पुलिस की तो कमाई हो रही है, मगर व्यापारियों की मुसीबत दिन बा दिन बढ़ती जा रही है। जिसके लिए व्यापारियों ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर साप्ताहिक बाजार के लिए वैकल्पिक स्थान भी बताया, जिस पर प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। इंदिरापुरम के काला पत्थर रोड स्थित शुक्र चौक पर गुप्ता एसोसिएट्स पर बुधवार देर शाम को व्यापारी एकता समिति की मासिक बैठक में व्यापारियों ने समस्या को लेकर चर्चा की।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए व्यापारी एकता समिति के संयोजक प्रदीप गुप्ता से अध्यक्ष सोमदत्त त्यागी, महासचिव बलराम शर्मा, चेयरमैन मोतीलाल बंसल, सचिव साकेत गोयल, कोषाध्यक्ष विनीत सिंघल, नरेश जिंदल, प्रदीप आर्य, मोहन गुप्ता, जितिन गुप्ता सीए, अंकित दानुका सीए, राधेश्याम गर्ग, हेमंत गुप्ता और अनिल सिंगल ने इंदिरापुरम में जगह-जगह रेहड़ी-पटरी वालों की सड़कों पर भी और साप्ताहिक बाजार से होने वाली परेशानियों को बताया। प्रदीप गुप्ता ने कहा पूर्व में हुई मासिक बैठक में उक्त प्रस्ताव को जिलाधिकारी के सामने प्रस्तुत किया गया था। वैकल्पिक स्थान के बारे में भी बताया गया था, कि अगर बाजार हाथी पार्क के साथ-साथ या 150 फुटा रोड पर लगाया जाए तो आम जनता के साथ-साथ, जिन व्यापारियों की दुकान है उनकी परेशानी भी कम होगी। ट्रैफिक की समस्या मेंं भी व्यवधान कम रहेगा। दूसरी समस्या शुक्र बाजार चौक पर हमेशा जाम लगा रहता है, जहां तक इस संबंध में जानकारी है।

यहां पर ट्रैफिक लाइट बहुत पहले ही सेंक्शन की जा चुकी है, मगर अभी तक नहीं लगाई गई है। इस संबंध में जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया है। उन्होंने बताया जल्द ही पुन: जिलाधिकारी से वार्ता की जाएगी और समस्याओं से अवगत कराया जाएगा। अगर जिलाधिकारी द्वारा समस्या का समाधान नहीं किया गया तो इसकी शिकायत शासन से की जाएगी। कोई भी व्यापारी किसी का रोजगार नही छीनना नहीं चाहता है। मगर साप्ताहिक बाजार और सड़कों पर रेहड़ी पटरी वालों को एक वैकल्पिक स्थान दिया जाए तो सभी के लिए सहूलियत रहेगी। आगामी 3 अक्टूबर को मंगलवार के दिन व्यापारी एकता समिति का चुनाव किया जाएगा और नई कार्यकारिणी का चयन किया जाएगा।