जांच : पता चला सांसद की मौत का कारण

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मिली अह्म जानकारी

नई दिल्ली। निर्दलीय सांसद मोहन डेलकर की मौत का सही कारण स्पष्ट हो गया है। फांसी के फंदे से लटकने के बाद दम घुटने से सांसद डेलकर की मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बातें सामने आई हैं। उनके गले पर फंदे के गहरे निशान भी पाए गए हैं। मुंबई के होटल में सोमवार को सांसद मोहन डेलकर मृत पाए गए थे। वह दादरा और नगर हवेली से निर्दलीय सांसद थे। सांसद की असमय मौत से राजनीतिक गलियारों में एकाएक शोक की लहर दौड़ गई। पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट भी बरामद किया था। प्रारंभिक जांच-पड़ताल के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि फंदे पर लटकने के बाद दम घुटने से सांसद मोहन डेलकर की जान गई थी। वह दादरा और नगर हवेली लोक सभा क्षेत्र से 7 बार सांसद रहे। उनके पिता संजीभाई डेलकर भी कांग्रेस से दादरा और नगर हवेली के सांसद रहे हैं। मोहन डेलकर भी कांग्रेस और भाजपा में रहे, मगर अंतिम चुनाव उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीता था। मोहन डेलकर ने भारतीय नवशक्ति पार्टी की स्थापना की थी। साल 2009 में डेलकर कांग्रेस से जुड़ गए थे। बाद में किन्हीं कारणों से उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कर दियसा था। उधर, मुंबई पुलिस को सांसद के कमरे से 6 पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला है। पुलिस के मुताबिक सुसाइड नोट में 40 व्यक्तियों के नाम हैं। फिलहाल फॉरेसिंक विभाग इस सुसाइड नोट की भी जांच कर रहा है। मोहन डेलकर पिछले सप्ताह जेडीयू के नेताओं से मिले थे। उन्होंने जेडीयू नेताओं से दादरा और नगर हवेली के हालात पर चर्चा की थी। वह सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को लेने मुंबई आए थे। वहीं, पुलिस का कहना है कि विभिन्न बिंदुओं को ध्यान में रखकर पूरे मामले की जांच चल रही है।