मेयर तुम्हारा, पार्षद हमारे गाजियाबाद में मेयर और पार्षदों के टिकट को लेकर हुई गुपचुप सेटिंग जनरल वीके सिंह बिगाड़ेंगे सबका खेल

विजय मिश्रा (उदय भूमि ब्यूरो)
गाजियाबाद। गाजियाबाद के जनप्रतिनिधियों की इमेज भले ही जनता के बीच अच्छी नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम हटा दिया जाये तो यहां के जनप्रतिनिधियों के पास निगेटिव वोट ही बचते हैं। बावजूद इसके मलाई खाने में माहिर और जनता को ठेंगा दिखाकर अपना हर काम करवाने में सक्षम गाजियाबाद के जनप्रतिनिधि अपना हित साधने का कोई मौका नहीं चुकते। भाजपा में बात तो संगठन और संगठन के लिए काम करने वालों को तरजीह देने की होती है लेकिन जब भी कोई लाभ का पद देने की बारी आती है तो मठाधीश जनप्रतिनिधि कर्मठ कार्यकर्ताओं का हक छीनकर अपने चहेते में बांट देते हैं। भाजपा से जूड़े भरोसेमंद सूत्र बता रहे हैं कि गाजियाबाद नगर निगम चुनाव में टिकट के बंटवारे को लेकर सेटिंग-गेटिंग का खेल चलेगा और वर्षों से पार्टी के लिए काम कर रहे निष्ठावान कार्यकर्ता ठगे जाएंगे। दो दिन पूर्व टिकट बंटवारे को लेकर गाजियाबाद के जनप्रतिनिधियों की एक गोपनीय बैठक भाजपा के विधायक के घर पर हुई।

बैठक में स्थानीय संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी भी मौजूद थे। इस गोपनीय बैठक से सांसद एवं मंत्री जनरल वीके सिंह को दूर रखा गया। गोपनीय बैठक में चर्चा के बाद इस बात पर सहमति बनी कि मेयर पद पर संगठन पदाधिकारी के करीबी रिश्तेदार के लिए माहौल बनाया जाएगा और विधायक एवं एमएलसी 20-20 पार्षद का कोटा अपने पास रखेंगे। पार्षदों के कुल 100 सीटों में से बचे हुए 20 सीटों को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं एवं पदाधिकारियों की सिफारिसों के लिए रिर्जव रहेगा। फार्मूले पर आपसी मुहर भी लग गई। लेकिन गोपनीय मीटिंग और जनप्रतिनिधियों की सेटिंग-गेटिंग फार्मूले की जानकारी सांसद जनरल वीके सिंह को मिल चुकी है। गाजियाबाद में मामला जनरल वीके सिंह बनाम अन्य का विगत कई वर्षों से चल रहा है। दोनो पक्ष एक दूसरे को मात देने के लिए मौके की तलाश में रहते हैं। जनरल वीके सिंह की स्वच्छ छवि और जनता के बीच लोकप्रियता दूसरे पक्ष पर भारी पड़ जाता है। ऐसे में इस बार देखना दिलचस्प होगा कि नगर निगम चुनाव में किसकी दाल गलती है। मंगलवार को गाजियाबाद में टिकट बंटवारे को लेकर कोर कमेटी की बैठक होगी। इसमें गाजियाबाद के प्रभारी मंत्री अरुण असीम भी मौजूद रहेंगे। सूत्र बताते हैं कि इस बैठक में मेयर पद के लिए एक नये दावेदार का नाम आएगा और उस पर एक राय बनाने की कोशिश होगी। लेकिन देखना होगा कि यह सफल होता है कि नहीं।