राज्यमंत्री असीम अरुण ने दिव्यांग बच्चों को बांटी टीएलएम किट

-3 दिवसीय सीआरई कार्यक्रम का किया उद्घाटन
-समाज उत्थान में जितना प्रयास सरकार करती है उससे कहीं ज़्यादा सामाजिक संगठन दे रहे योगदान: असीम अरुण

गाजियाबाद। समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने गुरुवार को संजय नगर स्थित भागीरथ सेवा संस्थान में रिहैबिलिटेशन काउंसलिंग ऑफ इंडिया भारत सरकार द्वारा स्वीकृत सतत पुर्नवास प्रशिक्षण (सीआरई) कार्यक्रम में भागीरथ स्पेशल स्कूल के दिव्यांग छात्र-छात्राओं से मुलाकात कर उनसे बातचीत की।
राज्यमंत्री असीम अरुण ने बच्चों को अपने हाथ से टीचिंग लर्निंग मटेरियल किट वितरित कर उन्हें प्रोत्साहित किया। इससे पूर्व राज्य मंत्री ने दीप प्रज्वलित कर सीआरई कार्यक्रम का उद्घाटन किया। संस्थान द्वारा संचालित स्कूल के बैंड क्लब द्वारा उन्हें सलामी दी गई एवं करुणाकर शुक्ला सचिव, बीएसएस द्वारा मुख्य अतिथि असीम अरुण को अमिताभ सुकुल ने डीएम राकेश कुमार सिंह को एवं अनादि सुकुल ने सीडीओ विक्रमादित्य सिंह मलिक को बुके भेंट कर स्वागत किया।

राज्यमंत्री ने दिव्यांग बच्चों द्वारा निर्मित हैण्डक्रॉफ्ट एवं दिव्यांग छात्र-छात्राओं को वितरित की जाने वाली किट
असीम अरुण ने दिव्यांग बच्चों द्वारा निर्मित हैण्डक्राफ्ट एवं दिव्यांग छात्र- छात्राओं को वितरित की जाने वाली किट (टीचिंग लर्निंग मटेरियल) का अवलोकन किया। दिव्यांगजन के सुन्दर और उपयोगी हस्त कलाकृति देखकर राज्यमंत्री काफी प्रभावित हुए। उन्होंने नशा मुक्त भारत अभियान एवं एचआईवी, एड्स उन्मूलन के लिए किए गए कार्यों पर आधारित स्टाल का भी अवलोकन किया और संस्थान के प्रयासों को प्रोत्साहित किया।

असीम अरुण ने कहा कि प्रभारी मंत्री बनने के बाद मेरा पहले दौरा दिव्यांगजन एवं समाज के सशक्तिकरण के इस पवित्र कार्य के अवसर पर हो रहा है। जिसके लिए मैं भागीरथ सेवा संस्थान एवं जिला प्रशासन की सराहना करता हूँ। उन्होंने कहा कि मोदी और योगी की मंशा है कि दिव्यांगजन सशक्त और स्वावलंबी हो। उनकी आत्मनिर्भरता के लिए अभी और प्रयास किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि समाज के उत्थान के लिए जितना प्रयास सरकार करती है उससे कहीं ज़्यादा प्रयास सामाजिक संगठन करते हैं। ऐसा कहके उन्होंने संस्थान को और अधिक बेहतर काम करने की प्रेरणा दी।

बीएसएस निदेशक अमिताभ सुकुल ने संस्थान का सारगर्भित परिचय देते हुए राज्यमंत्री, डीएम, सीडीओ के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि दिव्यांगता के प्रति जिलाधिकारी की संवेदनशीलता और पुनर्नवास कार्यक्रमों का नतीजा है कि गाजियाबाद को पूरे प्रदेश में पहला स्थान मिला। डीएम राकेश कुमार ने कहा भागीरथ सेवा संस्थान का ये कार्यक्रम पहले से प्रस्तावित था। जिसमें राज्यमंत्री ने अपना बहुमूल्य समय देकर भव्य बनाने के साथ अन्य समाजसेवी संस्थाओं का हौंसला भी बढ़ाया है। डीएम ने भागीरथ सेवा संस्थान द्वारा किए जा रहे समाज सेवा के विभिन्न कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की एवं अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की। अंत में अतिथिगण का स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया। इस मौके पर जिला समाज कल्याण अधिकारी अमरजीत सिंह, पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी पीयूष राय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के अधिकारी व कर्मचारीगण मौजूद रहे।