शहर की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए नगर आयुक्त ने अधिकारियों संग की मंत्रणा

-शहर में समुचित व्यवस्था दिए जाने के लिए अधिकारियों को दिए निर्देश
-जमीन चिह्नित कर सभी जोनों में बनाए जाए 3-3 पिंक टॉयलेट: विक्रमादित्य सिंह मलिक

गाजियाबाद। शहर की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के साथ-साथ शहरवासियों को समुचित व्यवस्था पहुंचाने के लिए नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने शुक्रवार को अपने कार्यालय में नगर निगम के अधिकारियों संग बैठक की।
बैठक में नगर आयुक्त ने कहा शहरवासियों के लिए नगर निगम के प्रत्येक जोन में 3-3 पिंक शौचालय की व्यवस्था की जाए। वर्तमान में निगम के पास 4 पिंक शौचालय है। जिन्हें बढाया जाए और शहरवासियों को इसका लाभ मिल सकें। जिसके लिए नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश कुमार को पिंक शौचालय बनाने के निर्देश दिए। जिसके लिए संपत्ति विभाग से समन्वय स्थापित कर पांच दिन में भूमि चिन्हित की जाए। सम्पत्ति प्रभारी पल्लवी सिंह को भी प्रत्येक जोन में पिंक शौचालयों के लिए भूमि उपलब्ध कराने एवं नगर में अतिरिक्त गऊशाला के लिए भूमि, अमृत सरोवर पार्क के लिए भूमि, नगर वन योजना के लिए भूमि, 5 नए एमआरएफ सेन्टर बनाए लाने के लिए भूमि उपलब्ध कराने में सहयोग करने के निर्देश दिए। अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाकर लगातार कार्रवाई की जाए। नगर निगम की जमीन पर कब्जा करने वाले भूमाफिया की सूची बनाकर अभियान चलाकर कार्रवाई करें।

साथ ही नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत स्थापित सभी प्रकार के शौचालयों एवं पीने के पानी के आरओ (वाटर) व पम्प हाउस की मैपिंग की जाए, सभी पम्प को टैक्नोलॉजी से जोड़कर निगम के आईसीसीसी से इंटीग्रेट कराकर खराब पम्पों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जाए। जिससे उन्हें दुरुस्त किया जा सकें। नगर आयुक्त ने विभागाध्यक्ष को अवगत कराया कि पुराने शौचालयों को पिंक शौचालयों में परिवर्तित कर सकते हैं। वरिष्ठ प्रभारी स्वास्थ्य/संयुक्त नगर आयुक्त द्वारा अवगत कराया गया कि सर्वेक्षण के दौरान देखने में आया कि यूरिनल सीवर से कनेक्ट नहीं है, कहीं-कहीं पानी की व्यवस्था नहीं है। नगर आयुक्त ने  निर्देशित किया कि शौचालयों के सुचारू संचालन के लिए यूरिनल से निकलने वाले यूरिन को सीवर से कनेक्ट करने व पानी की व्यवस्था करने में आने वाले खर्च का इस्टीमेट बनाकर प्रस्तुत करें। जो नाले चोक हैं, उन्हें साफ किया जाये व शहर के सभी मार्गों व गलियों को साफ-सुथरा रखा जाये। उन्होंने साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि शौचालय बनाने के साथ उनकी सफाई व्यवस्था के लिए काम करने वाली टीम की भी मॉनिटरिंग की जाए। जिससे शहर में बने शौचालय साफ व सुधरा रहें। नगर आयुक्त ने बताया निगम सीमान्तर्गत 235 डार्क स्पोटस हैं। जिनमें से 220 पर प्रकाश व्यवस्था कराते हुए डार्क स्पोटस दूर किये जा चुके हैं। सभी मार्गों पर लगी हाईमास्क लाइटों को समय-समय पर ठीक कराया जाता रहे।

उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुज कुमार सिंह को निर्देशित किया कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों से आए दिन डॉग्स बाइट की खबरें/शिकायतें आ रही है। जिन पर आपके द्वारा डॉग बधियाकरण में तेजी लाई जाए। उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने अवगत कराया कि बधियाकरण में तेजी के लिए ट्रांस हिण्डन में 2 जगह खोजी गई है, जो पुरानी विल्डिंग हैं जिनको एबीएस सेन्टर के रूप उपयोग कर सकते हैं। इस संबंध में विभाग को प्रस्ताव बनाकर निर्गत करने के आदेश दिए। नगर आयुक्त द्वारा सभी विभागाध्यक्षों को शहर के प्रत्येक नागरिक व जनप्रतिनिधियों से प्राप्त शिकायतों का ससमय निस्तारण किए जाने के निर्देश दिए। बैठक में उपस्थित लेखाधिकारी को नगर निगम के विभागों के लिए प्राप्त मद में से कितनी धनराशि कार्यों के उपयोग में लाई जा चुकी और किनती शेष है के संबंध में लेखा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। इस दौरान संयुक्त नगर आयुक्त ओमप्रकाश, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश कुमार, सहायक नगर आयुक्त पल्लवी सिंह, चीफ इंजीनियर एनके चौधरी, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डॉ. संजीव सिन्हा, कार्यवाहक प्रकाश प्रभारी आश कुमार, उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह, अधिशासी अभियन्ता-जल कामाख्या प्रसाद आनन्द, अधिशासी अभियन्ता-निर्माण देशराज सिंह आदि अधिकारी मौजूद रहे।