पार्षद ने इंजीनियर को पीटा, हंगामा, होंगे गिरफ्तार

– जीडीए बोर्ड सदस्य व निगम पार्षद पर जीडीए के जेई से मारपीट का आरोप
– उत्तर प्रदेश विकास प्राधिकरण डिप्लोमा इंजीनियर संघ ने किया हंगामा

गाजियाबाद। जीडीए अवर अभियंता (जेई) और सुपरवाइजर ने जीडीए बोर्ड सदस्य व नगर निगम पार्षद पर मारपीट, बदसलूकी व जातिसूचक शब्द कहने का आरोप लगाया है। सोमवार को उत्तर प्रदेश विकास प्राधिकरण डिप्लोमा इंजीनियर संघ के बैनर तले जूनियर इंजीनियर और कर्मचारियों ने जीडीए परिसर में जमकर हंगामा कर जीडीए सचिव संतोष कुमार राय को ज्ञापन सौंपकर बोर्ड सदस्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की मांग की। ज्ञापन मिलने के बाद जीडीए सचिव ने जांच के आदेश दिए हैं।

यह भी पढ़ें: ठेकेदार ने बिना काम किये ही ले लिया 55 लाख का भुगतान ?

उत्तर प्रदेश विकास प्राधिकरण डिप्लोमा इंजीनियर संघ गाजियाबाद शाखा के अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश द्विवेदी ने बताया कि बोर्ड सदस्य वार्ड-48 के पार्षद आसिफ खान ने बीते 31 अक्टूबर को जीडीए अवर अभियंता रमेश चंद्र और सुपरवाइजर मजबूत सिंह के साथ मारपीट, जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल और बदसलूकी की थी। आसिफ खान और उनके साथियों द्वारा निर्माण कर्ताओं से अवैध वसूली के साथ प्राधिकरण कर्मियों से पैसे मांगे जाते हैं। विभिन्न व्यक्तियों द्वारा अवैध वसूली के बाबत लिखित शिकायत की गई है।

यह भी पढ़ें: विजुअल प्रदूषण मुक्त शहर बनेगा गाजियाबाद

उन्होंने बताया कि मारपीट और बदसलूकी की घटना के बाद प्राधिकरण कर्मियों में असुरक्षा की भावना व्याप्त है। मामले में 31 अक्टूबर को अवर अभियंता द्वारा विजयनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए तहरीर दिया गया था। थाने में तहरीर तो ले लिया गया, लेकिन कोई रसीद नही दी गई। घटना से गुस्साए संघ के सभी सदस्यों और कर्मचारियों ने प्राधिकरण परिसर में एकत्रित होकर दोषी पार्षद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। जब तक कार्रवाई नही होती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।

यह भी पढ़ें: दाऊद की पुश्तैनी संपत्ति नीलाम करने की तैयारी

वहीं जीडीए बोर्ड सदस्य व निगम पार्षद आसिफ खान ने जीडीए जेई और सुपरवाइजर के मारपीट और बदसलूकी के आरोप को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि जीडीए के जेई और सुपरवाइजर के संरक्षण में विजयनगर प्रताप विहार में अवैध निर्माण हो रहा है। बीते शनिवार को अवैध निर्माण कराने में लिप्त लोगों के साथ जेई व सुपरवाइजर की मौजूदगी पर उन पर सवाल उठाया, जिसके बाद झूठा इल्जाम लगाया जा रहा है। क्षेत्र में अवैध निर्माण के खिलाफ लगातार आवाज उठाता रहूंगा।