गाजियाबाद के श्मशान घाट में मौत का तांडव, अब तक 18 की मौत बढ सकती है मृतकों की संख्या

-मुरादनगर में अंतिम संस्कार के समय आई विपदा

गाजियाबाद। मुरादनगर थानांतर्गत उखलारसी श्मशान घाट में रविवार को बड़ी विपदा आ पड़ी। अंतिम संस्कार के दरम्यान श्मशान घाट परिसर में भवन की छत एकाएक भरभरा कर ढह गई। ऐसे में 45 से ज्यादा नागरिक मलबे में दब गए। हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई है। कई लोग अभी भी दबे हुए हैं, जबकि 20 से ज्यादा लोग लोगों को मलबे से निकालकर विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

सूचना मिलने पर पुलिस आनन-फानन में मौके पर पहुंची। घटनास्थल पर बचाव एवं राहत का काम शुरू कर दिया गया है। घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। पुलिस के मुताबिक मुरादनगर की दयानंद कॉलोनी निवासी दयाराम की शनिवार की रात मौत हो गई थी। दयाराम काफी समय से बीमार चल रहे थे। रविवार को दयाराम का अंतिम संस्कार उखलारसी श्मशान घाट में किया जा रहा था। इस दौरान रिश्तेदार और आस-पड़ोस के नागरिक श्मशान घाट में पहुंचे थे। पुजारी के आह्वान पर सभी लोग श्मशान घाट परिसर में बने भवन के अंदर खड़े होकर आत्म शांति पाठ कर रहे थे। इसी दौरान एक तरफ की जमीन धंस गयी। दीवार नीचे बैठ गयी और लेंटर गिर गया।

नतीजन दीवार नीचे बैठने से भवन की छत भरभरा कर नीचे आ गिरी। हादसे के समय वहां मौजूद नागरिकों को भागने तक का मौका नहीं मिल पाया। कई नागरिक मलबे में दब गए। खबर है कि 45 से अधिक नागरिक मलबे में दबकर घायल हैं।

हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई है। सभी घायलों को अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। श्मशान घाट के जिस भवन में हादसा हुआ है, वह लगभग 10 साल पुराना बताया गया है। भवन का निर्माण नगर पालिका परिषद ने कराया था। आशंका है कि भराव की जमीन में भवन बना था। अधिक बारिश में मिट्टी बैठने से घटना हुई है। हादसे के बाद मौके पर काफी भीड़ जुट गई। पुलिस टीम बचाव एवं राहत कार्य में जुटी है। मलबे में दबे नागरिकों को बाहर निकालने के लिए दमकल विभाग और एनडीआरएफ की भी मदद ली गई है। बताया जा रहा है कि कि अचानक मिट्टी खिसकने से भी यह हादसा हो सकता है।