पंचायत चुनाव : स्वर्गवासी बना दिए गए सैकड़ों जिंदा ग्रामीण

प्रधान और बीएलओ का खेल, जांच के आदेश

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। इस बीच सत्ता बचाने के लिए ग्राम प्रधान किसी भी हद तक गुजरने को तैयार बैठे हैं। विरोधियों को पटकनी देने के लिए मतदाता सूची में गड़बड़ी का खेल चल रहा है। जनपद आजमगढ़ में प्रकाश में आए मामले ने सरकारी तंत्र को भी चौंका दिया है। वहां एक ग्राम प्रधान ने बीएलओ से साठ-गांठ कर 400 से ज्यादा नागरिकों को सरकारी कागजों में स्वर्गवासी बनवा दिया। इसका खुलासा होने पर भड़के ग्रामीण सड़कों पर उतर आए हैं। शिकायत मिलने पर जिला प्रशासन ने पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दे दिए हैं। उत्तर प्रदेश में अगले कुछ माह में पंचायत चुनाव होने हैं। पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची को ओके करने का काम भी चल रही है। आजमगढ़ में एक ग्राम प्रधान की करतूत ने पंचायत चुनाव को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के प्रशासनिक दावों की कलई खोल दी है। आरोप है कि प्रधान ने बीएलओ के साथ मिलकर 409 ग्रामीणों को मृतक घोषित कराकर मतदाता सूची से आउट करा दिया। इसकी जानकारी मिलने पर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। ग्रामीणों ने साहब में जिंदा हूं का पोस्टर हाथों में लेकर विरोध-प्रदर्शन किया। बाद में जिलाधिकारी के हस्तक्षेप पर गांव की खुली बैठक आयोजित कर पूरे प्रकरण की जांच आरंभ कर दी गई है। आजमगढ़ के फूलपुर तहसील क्षेत्र के पवई ब्लॉक के पूरारामजी गांव में यह मामला सामने आया है। वहां मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम में 409 ग्रामीणों को मृतक दर्शा दिया गया है। जबकि कुछ ग्रामीणों को नाबालिग, अविवाहित लड़कियों को विवाहित बताकर उनका भी नाम सूची से गायब करा दिया गया। नाराज ग्रामीणों ने प्रधान और बीएलओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उधर, एसडीएम फूलपुर का कहना है कि प्रकरण की गहनता से जांच कराई जा रही है। जांचोपरांत संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, ग्रामीणों का आरोप है कि जिस प्रधान ने बीएलओ की मिलीभगत से यह कारनामा किया है, वह पुन: प्रधान बनने के लिए उलटे-सीधे काम करा रहा है। यदि प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठाता तो वह सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।