गाजियाबाद शहर की सड़कों पर जल्द दौड़ेगी प्रदूषण मुक्त पीएम ई-बसें

-म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व में वृहद स्तर पर चल रही है तैयारी
-पीएम ई बस सेवा योजना के शुरुआती चरण में अकबरपुर बहरामपुर ई बस डिपो का हुआ सर्वे

गाजियाबाद। शहरवासी अभी तक ई-रिक्शा व स्कूटी का सफर कर रहे हैं। कम दूरी की सफर के लिए आने वाले दिनों में पीएम ई-बस सेवा की सौगात मिलेगी। आगामी वर्ष 2024 में मई-जून से सेवाएं शुरू होने की संभावना है। बस संचालन के लिए केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य विभाग ने 169 शहरों की सूची जारी की है। इसमें गाजियाबाद शहर का नाम भी शामिल है। शहर के बसाहट क्षेत्रफल का जिस तरह से लगातार विस्तार हो रहा है। उस दिशा में आवागमन व्यवस्था को दुरूस्त करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। इस कड़ी में केंद्र सरकार ने ई-बस सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है। पर्यावरण संरक्षण में आगे और प्रदूषित मुक्त शहर के लिए गाजियाबाद शहर में पीएम ई-बस सेवा शुरु होगी। पीएम ई-बस सेवा के नाम से शुरू होने वाली इस यात्री सेवा सके के लिए केंद्रीय आवासन व शहरी कार्य मंत्रालय ने कई मापदंड निर्धारित किए हैं। जिसके लिए नगर निगम ने तैयारी जोरों से शुरु कर दी है। म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व में संबंधित विभागों के साथ संयुक्त सर्वे कराया गया। सर्वे से पूर्व आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार से आई हुई टीम के साथ विस्तृत चर्चा की। टीम में 2021 बैच के आईएएस ऑफिसर मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व में बुधवार को पीएम ई बस सेवा योजना के शुरुआती चरण में अकबरपुर बहरामपुर स्थित ई बस डिपो का संयुक्त सर्वे किया गया। नगर निगम की तरफ से अधिशासी अभियंता निर्माण फरीद जैदी, नोडल अधिकारी के रूप में उपस्थित रहें। साथ में भोलानाथ गौतम संपत्ति अधीक्षक, आरएम रोडवेज, यूपीपीसीएल, ईईएसएल के प्रतिनिधि भी सर्वे के दौरान उपस्थित रहें। गाजियाबाद के निवासियों को ई बस सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी जोरों से चलती दिखाई दे रही हैं। शासन स्तर से वर्चुअल बैठक भी की जा रही है। प्रमुख सचिव नगर विकास की अध्यक्षता में वर्चुअल बैठक ई-बस सेवा के विषय पर हुई। जिसमें उत्तर प्रदेश के कई म्युनिसिपल कमिश्नर ने हिस्सा लिया। गाजियाबाद से म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक द्वारा भी वर्चुअल बैठक में प्रतिभाग किया गया।

म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया वर्चुअल बैठक में तीन विशेष बिदुंओ पर चर्चा की गई। जिसमेंं प्रथम बिंदु गैप एनालिसिस, वर्तमान आबादी एवं ई बस की वर्तमान संख्या पर चर्चा हुई। दूसरा बिंदु भूमि की उपलब्धता जिसमें वर्तमान में लगभग 26000 वर्ग मीटर स्थान है। अन्य स्थान के चयन के लिए कार्यवाही चल रही है। तीसरा बिंदु पावर सप्लाई जिन पर गाजियाबाद नगर निगम में अन्य संबंधित विभाग कार्यवाही कर रहे हैं।
ई बस सुविधा उपलब्ध कराने में नगर निगम पूर्व की भांति अहम भूमिका निभा रहा है। नगर आयुक्त के नेतृत्व में अन्य विभाग कार्य कर रहे हैं। जिसकी रिपोर्ट समय-समय पर आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार को भेजी जा रही है।