मन को सुकून देते हैं तीर्थनगरी गढ़मुक्तेश्वर के ऐतिहासिक मंदिर और गंगा घाट

– आत्मिक और मानसिक शांति के लिए आइए गढ़मुक्तेश्वर

उदय भूमि ब्यूरो
गढ़मुक्तेश्वर।
उत्तर प्रदेश राज्य अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए विशिष्ट स्थान रखता है। यहां की प्राचीन धरोहरों, पौराणिक नगरों और अतीत से जुड़े स्मारकों को देखने के लिए प्रतिवर्ष करोड़ों की संख्या में पर्यटकों का आगमन होता है। यहां ऐस पौराणिक तीर्थ स्थल है जो सांस्कृतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। हापुड़ जिले का गढ़मुक्तेश्वर कुछ ऐसा ही स्थल है, जो कई मायनों में आपकी यात्रा के लिए खास हो सकता है। यहाँ के ऐतिहासित मंदिर आप को गढ़मुक्तेश्वर आने के लिए मजबूर करेंगे।

तीर्थनगरी का इतिहास करता है आकर्षित
गढ़मुक्तेश्वर एक ऐतिहासिक स्थल है, जहां की यात्रा आपको अतीत की ओर ले जाएगी। भागवत पुराण और महाभारत में गढ़मुक्तेश्वर एक प्राचीन स्थल के रूप में उल्लेखित है। इस तीर्थनगरी का इतिहास कई हजार साल पुराना है। अतीत से जुड़े कुछ साक्ष्यों की मानें तो यह पांडवों की राजधानी हस्तिनापुर का ही एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। अगर आप एक इतिहास प्रेमी हैं, और भारत के अज्ञात प्राचीन स्थलों की सैर करने में दिलचस्पी रखते हैं, तो यहां जरूर आएं। यह नगर, हस्तिनापुर से मात्र 55 किलो मीटर तथा दिल्ली से 90  किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

महाभारतकालीन भूमि के मंदिर भी अद्भुत
गढ़मुक्तेश्वर ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दोनों रूपों में महत्व रखता है। आप यहां कई आकर्षक मंदिरों के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं। यहां के धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए वर्ष भर श्रद्धालुओं का आगमन लगा रहता है। आप यहां के प्रसिद्ध मुक्तेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन कर सकते हैं, जिसके नाम पर शहर का नाम गढ़मुक्तेश्वर पड़ा। इसके अलावा आप यहां के लोकप्रिय मंदिरों में गंगा मंदिर, वेदांत मंदिर और हनुमान मंदिर के दर्शन भी कर सकते हैं। आत्मिक और मानसिक शांति के लिए आप यहां जरूर आएं।

मन को सुकून देते ब्रजघाट के गंगा घाट
गढ़मुक्तेश्वर भारत की पवित्र नदी गंगा के तट पर बसा है। नगर यात्रा के दौरान आप दैवीय नदी गंगा के दर्शन कर सकते हैं। आत्मिक और मानसिक शांति के लिए गंगा बृजघाट से उपयुक्त स्थल और कोई हो ही नहीं सकता है। यहां का सूर्योदय और सूर्यास्त देखने लायक होता है। अच्छा होगा आप यहां सुबह या शाम के वक्त गंगा दर्शन करें। पारिवारिक भ्रमण के लिए यह एक आदर्श स्थल है। यहां आप पवित्र नदी गंगा में स्नान का सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं। देश भर में लॉकडाउन के बाद यहाँ का जल अब और निर्मल हो गया हैं।