-उपकरणों के साथ जलभराव की समस्या से निपटने को तैयार रही निगम की टीम
गाजियाबाद। पिछले कई दिनों से शहर में बारिश के आसार बने हुए थे, लेकिन बारिश नहीं हो रही थी। धूप निकलने से गर्मी और उमस लगातार बढ़ती जा रही थी। मंगलवार सुबह काले बादल छाए और कुछ देर में तेज बारिश शुरू हो गई। तकरीबन एक घंटे हुई बारिश से मौसम सुहाना हो गया। वहीं बारिश के दौरान नगर निगम के गाजियाबाद 311 ऐप व टोल फ्री नंबर पर कोई भी शिकायत प्राप्त नहीं हुई। जिसमें संभव के दौरान भी जलभराव संबंधित कोई संदर्भ प्राप्त नहीं हुआ है। मानसून के दौरान होने वाली बरसात में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक की प्लानिंग आखिरकार काम कर गई। जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नगर आयुक्त पहले ही इसकी रूपरेखा तैयार कर ली थी। जिसके लिए नालों की सफाई से लेकर जलभराव की समस्या का निस्तारण करने के लिए अधिकारियों की भी जोनवार ड्यूटी लगा दी थी।
नगर आयुक्त के नेतृत्व में लगातार जलभराव की समस्या को लेकर कार्यवाही तेजी से चल रही है। जिसमें संबंधित सभी विभागों द्वारा कार्य किया जा रहा है। निर्माण विभाग द्वारा कई नाले बनवाए गए, स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार नालों की सफाई और पुलियाओं की सफाई भी कराई जा रही है। वहीं जलकल विभाग द्वारा हॉटस्पॉट पॉइंट पर जल भराव के समय कार्य करने के लिए पंप सेट भी लगाए गए। नगर निगम द्वारा शहर हित में जलभराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए पूरी तैयारी की हुई है। मंगलवार को तेज बारिश के बाद भी नगर निगम में जलभराव की एक भी समस्या प्राप्त नहीं हुई। ऐसे स्थान जो की हॉटस्पॉट जल भराव के चिन्हित पॉइंट हैं, उन पर जेसीबी के माध्यम से लगातार नालों की सफाई होती रही और कुछ पुलियाओं पर भी आवश्यकतानुसार सफाई की गई।
महाप्रबंधक जल कामाख्या प्रसाद आनंद ने बताया कि मंगलवार सुबह तेज बारिश थी। जिसमें बम्हेटा अंडरपास, लाल कुआं और मोहन नगर जोन अंतर्गत करेड़ा नागद्वार पर बारिश के दौरान जल कुछ देर के लिए ठहर गया, जिसको उपकरणों के माध्यम से प्रवाहित किया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सफाई का कार्य भी जारी रखा गया। ऐसे चिन्हित हॉटस्पॉट पॉइंट जहां जलभराव बना रहता है वहां पूरी निगरानी की जा रही है। आने वाले समय में भी नगर आयुक्त की योजनाबद्ध तरीके से कार्य होने पर शहर वासियों को जलभराव की समस्या से राहत मिलेगी।