मध्यप्रदेश से गाजियाबाद में आकर करते थे लूटपाट व डकैती, पारदी गैंग का सरगना समेत 10 लुटेरे गिरफ्तार

गाजियाबाद। ज्वेलर्स की दुकान का शटर उखाड़कर चोरी करने वाले पारदी गैंग के 10 शातिर लुटेरों को क्राइम ब्रांच,स्वॉट टीम ग्रामीण जोन व थाना लोनी बॉर्डर पुलिस की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। बुधवार को अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया 10 जनवरी को लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र की उत्तरांचल कॉलोनी निवासी सोनू वर्मा की राम विहार मार्केट बेहटा हाजीपुर में ज्वेलर्स की दुकान है। 10 जनवरी की रात को शटर फाड़कर सोने व चांदी के आभूषण चोरी किए थे। सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद घटना 15 से 20 बदमाशों ने अंजाम दिया था।बुधवार को संयुक्त पुलिस की टीम ने पारदी गैंग (मध्य प्रदेश) के 3 सदस्यों को मूवी मैजिक सिनेमा हॉल लाल बाग के पास से मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। जबकि इनके 7 अन्य साथी को  बंथला नहर रोड रेलवे अंडरपास के पास से गिरफ्तार किया गया। इनमें धनीराम पारदी पुत्र सेतुराम पारदी, गुमान पारदी पुत्र बालू पारदी, बलदीप पारदी पुत्र गुमान पारदी, आशिक उर्फ आसिफ पारदी पुत्र विनोद पारदी, विनोद पारदी पुत्र जानकी पारदी, लंगडी पुत्र मनोहर पारदी, दौलत राम यादव पुत्र अमृतलाल निवासी ग्राम बिलाखेड़ी जिला गुना मध्य प्रदेश को गिरफ्तार किया है।उन्होंने बताया कि पकड़े गए लुटेरे अनपढ़ है और पारदी गैंग के सदस्य है।

जो देश के विभिन्न राज्यों में लूट,चोरी एवं डकैती आदि घटनाओं को अंजाम देते थे। जिस जगह घटना को अंजाम देना होता था। वहां पर पहले जाकर गली-गली खिलौने, गुलदस्ते आदि की फेरी के बहाने रैकी करते थे। इसके बाद रात तमंचा,सरिए,आला नकब,डंडे आदि लेकर दुकानों,मकान से कुछ दूर रूक जाते।कुछ साथी एक बार और जाकर मौके पर देखकर आते है कि पुलिस या अन्य कोई बाधा तो नहीं हंै। रास्ता साफ देखकर एक साथ जाकर शटर या दरवाजा तोड़कर अंदर घुस जाते थे। डंडा या गुलेल लेकर जो कुत्ते आदि भौंकते है उन्हे मारकर भगा देते थे और बाहर से नजर रखते थे।

चोरी के दौरान यदि कोई आ जाता है या विरोध करता है तो उसे तमंचा दिखा कर डराकर व उनके साथ मारपीट कर चुप करा देते थे।करीब 20 दिन पहले शाहदरा रेलवे स्टेशन से पैदल जाकर लाइन के किनारे एक सुनार की दुकान के ताले व शटर तोड़कर अंदर घुसकर चोरी की थी। बरामद माल ज्वेलर्स का है। चोरी का बाकी माल साथियों के पास है। परशुराम शातिर अपराधी है। जो गैंग का सरगना है। इसके खिलाफ विभिन्न राज्यों में लूट, चोरी, डकैती व हत्या के प्रयास के दर्जनभर से अधिक मुकदमे दर्ज है। परशुराम थाना धरनावदा के केस में 10 साल की सजा हुई है। यह पांच साल की सजा काटने के बाद जमानत पर बाहर आया था। पुलिस ने गिरफ्तार कर सभी को जेल भेज दिया।