सियासी हमला : टीएमसी नहीं टेररिस्ट मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी

भाजपा ने सीएम ममता बनर्जी की पार्टी को कोसा

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बीच घमासान थम नहीं रहा है। दोनों दल एक-दूसरे पर जमकर हमला बोल रहे हैं। भाजपा ने टीएमसी पर तीखा हमला बोला है। टीएमसी को टेररिस्ट मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी बता दिया है। पश्चिम बंगाल में अगले साल विधान सभा चुनाव होने हैं। इससे पहले भाजपा और टीएमसी में जुबानी जंग निरंतर तीखी हो रही है। समय-समय पर दोनों दल एक-दूसरे पर जमकर हमला कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल भाजपा के उपाध्यक्ष राजू बनर्जी ने कहा है कि समय के साथ टीएमसी का अर्थ बदलता रहा। अब यह टेररिस्ट मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी बन गई है। युवाओं में भी यही धारणा है। टीएमसी कार्यकर्ता भी ऐसा सोचते हैं। इसलिए वह कब्रिस्तानों की दीवारों पर लिख रहे हैं कि टीएमसी 2021 में आ रही है। भाजपा द्वारा टीएमसी और टीएमसी नेताओं के खिलाफ निरंतर बयानबाजी की जा रही है। ऐसे में टीएमसी भी पीछे नहीं है। टीएमसी भी पलटवार करने से चूक नहीं रही है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने भी भाजपा पर आक्रामक रूख अपनाया था। अभिषेक ने भाजपा के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय को बाहरी और भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष को गुंडा कह दिया था। कुछ दिन पहले पश्चिम बंगाल में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के काफिले पर हमला होने के बाद से दोनों दल आमने-सामने नजर आ रहे हैं। भाजपा का मकसद आगामी विधान सभा चुनाव में टीएमसी को सत्ता से बाहर करने का है। जबकि टीएमसी पुन: सत्ता में काबिज होने के लिए हरसंभव कोशिशें कर रही है। ऊंट किस करवट बैठेगा, यह आने वाला समय बताएगा। फिलहाल राज्य में भाजपा और टीएमसी के बीच की लड़ाई सियासी गलियारों में चर्चाओं के केंद्र में है। दोनों दलों में जुबानी जंग कहां जाकर रूकेगी, यह बताना फिलहाल मुश्किल है।