नगर निगम अड़ंगेबाजों से परेशान निर्माण विभाग की टेंडर प्रक्रिया में फिर डाला अड़ंगा

ठेकेदार यूनियन ने की थी टेंडर की कीमत समायोजित करने की मांग अब पार्षद कर रहे हैं विरोध

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। नगर निगम अड़ंगेबाजों से परेशान है। दरअसल कई लोग ऐसे हैं जो नगर निगम की कार्य प्रणाली में व्यवधान पैदा करने के लिए किसी ना किसी प्रकार से कोई ना कोई अड़ंगा जरूर लगाते हैं। हालिया मामला नगर निगम के निर्माण विभाग से संबंधित है। नगर निगम कांट्रैक्टर एसोसिएशन ने पिछले दिनों निगम अधिकारियों से मिलकर टेंडर कॉस्ट को लेकर समायोजित करने की मांग की थी। लेकिन अब निगम के पार्षद इसका विरोध कर रहे हैं। मामला संज्ञान में आने के बाद नगर आयुक्त ने कड़ा रूख अख्तियार किया है। नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ का कहना है कि किसी भी ठेकेदार की टेंडर कीमत को समायोजित नहीं किया जाएगा। इसके लिए सभी ठेकेदारों से टेंडर कॉस्ट जमा कराने के आदेश दिए गए हैं। नगर निगम ने 15वें वित्त आयोग और कई अन्य मदों के फंड से सीसी रोड, इंटरलॉकिंग टाइल्स, नालों के निर्माण समेत अन्य कार्यों के टेंडर जारी किए थे। टेंडर प्रक्रिया में तकनीकि कारणों के कारण इसे निरस्त कर दिया गया था। दरअसल टेंडर काफी बिलो रेट पर आये थे। ऐसे में नगर निगम अधिकारियों को संदेह हुआ कि ठेकेदारों ने विड प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी की है। टेंडर की प्रक्रिया में पारदर्शी रहे और कंप्टीशन हो इसको लेकर फिर से टेंडर करवाया। इसी को लेकर ठेकेदार एसोसिएशन ने टेंडर शुल्क समायोजित करने की मांग की। लेकिन अब इस मामले में पार्षद विरोध में उतर आये हैं। बार बार की जा रही अड़ंगेबाजी से नगर निगम का कामकाज प्रभावित हो रहा है।