विश्व कैंसर दिवस पर वेबीनार आयोजित

चिकित्सकों ने रोग से बचाव के बताए उपाए

नई दिल्ली। विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर गुरुवार को दिल्ली हैल्थ केयर को-ऑपरेटिव सोसायटी लि. द्वारा पूर्वी दिल्ली के दिलशाद गार्डन में वेबीनार आयोजित की गई। कार्यक्रम में आए सभी वक्ताओं का समिति अध्यक्ष गजेंद्र पाल सिंह सारन द्वारा स्वागत किया गया। वेबीनार में डॉक्टर सुशील कुमार विमल उपायुक्त स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार ने बताया कि कैंसर एक जानलेवा बीमारी परंतु इलाज योग्य बीमारी है। प्राथमिक अवस्था में पता लगने पर इसका पूर्ण इलाज संभव है। समय-समय पर शारीरिक जांच, उचित आहार, तनाव मुक्त जीवन शैली तथा नियमित व्यायाम से इससे बचा जा सकता है। अगर समय रहते कैंसर की पहचान कर ली जाए तो उसका उपचार किया जाना काफी हद तक पॉसिबल है। कैंसर के संबंध में यह समझ लेना बेहद जरूरी है कि यह बीमारी किसी भी उम्र में किसी को भी हो सकती है। तो सेहत के प्रति कभी भी लापरवाही न बरतें। उन्होने बताया इसके पीछे ये उद्देश्य रहता है कि लोगों को इस बीमारी और इससे बचने के तरीकों को लेकर जागरूक किया जा सके। विश्व कैंसर दिवस सबसे पहले साल 1993 में जिनेवा, स्विट्जरलैंड में यूनियन फॉर इंटरनेशल कैंसर कंट्रोल के द्वारा मनाया गया था और इसके बाद ये सिलसिला लगातार आगे बढ़ता गया। डॉक्टर सुशील कुमार विमल ने कहा कि कैंसर कोई आम बीमारी नहीं है, बल्कि ये एक गंभीर बीमारी है। कई लोग इससे जंग जीत जाते हैं, तो कई लोग जिंदगी की रेस में हार भी जाते हैं और इस बीमारी के कारण उनकी जान चली जाती है। कैंसर भी कई तरह के होते हैं। इनमें स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, पेट का कैंसर, ब्लड कैंसर, गले का कैंसर, गर्भाशय का कैंसर, अंडाशय का कैंसर, प्रोस्टेट (पौरुष ग्रंथि) कैंसर, मस्तिष्क का कैंसर, लिवर (यकृत) कैंसर, बोन कैंसर, मुंह का कैंसर और फेफड़ों का कैंसर शामिल है।
डॉक्टर प्रज्ञा शुक्ला विभागाध्यक्ष, दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट दिलशाद गार्डन ने बताया कि जागरूकता से ही बचाव संभव है। ओरगेनिक फूड सेवन, रात्रि नियमित विश्राम से बीमारी रहित जीवन संभव है। देवेंद्र पाल सिंह पूर्व विज्ञान अध्यापक हरियाणा सरकार ने सरल शब्दों में बताया कि कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि ही कैंसर का कारण है। वक्ताओं ने कहा कि कैंसर से बचने के लिए सभी जरूरी उपाय करने चाहिए। खान-पान को बेहतर रखकर शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है। जीवनशैली और खान-पान का स्वास्थ पर असर पड़ता है। अलबत्ता किसी प्रकार की लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। कार्यक्रम में पूर्व उप शिक्षा निदेशक एम.पी. एस दांगी, चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर अभिमन्यु सिंह एवं निर्दोष प्रबंधक जय श्री शारदा को-ऑपरेटिव टी सी सोसायटी ने कार्यक्रम को संबोधित किया।