शामली में हरित एवं स्वच्छ सौर औद्योगिक क्षेत्र की ओर आगे बढ़ना विषय पर कार्यशाला का आयोजन 

-प्रदेश का पहला हरित एवं स्वच्छ सौर औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के लिए आईआईए ने की सार्थक पहल
-शामली इंडस्ट्रियल एरिया को मिलेगा सोलर पॉवर से एनर्जी, बिजली के बिल से मिलेगी राहत
-14000 किलोवाट की सोलर रूफ टॉप पॉवर प्लांट लगाने की सहमति प्रदेश के विभिन्न इंडस्ट्रियल एरिया से हुई प्राप्त
-यूपीनेडा के डायरेक्टर ने सोलर रूफटॉप पॉवर प्लांट लगाने के लिए उद्यमियों को सौंपे प्रशंसा प्रमाण पत्र

शामली/गाजियाबाद। आईआईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंघल के नेतृत्व में मंगलवार को आईआईए के मिशन उद्योग की ओर एमएसएमई को बदलना 4.0 एंड 48 के अंतर्गत शामली स्थित आर्किड रिसॉर्ट में हरित एवं स्वच्छ सौर औद्योगिक क्षेत्र की ओर आगे बढ़ना कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश शासन में यूपीनेडा के निदेशक अनुपम शुक्ला, आईएएस एवं पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की प्रबंधक निदेशिका चैत्रा वी विशिष्ट अतिथि एवं मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहें।

शामली इंडस्ट्रियल एरिया को प्रदेश का प्रथम ग्रीन एवं क्लीन सोलर एनर्जी इंडस्ट्रियल एरिया के रूप में विकसित करने की दिशा में आईआईए का यह सार्थक प्रयास रहा। जिसकी सरकार के प्रतिनिधियों ने भी सराहना करते हुए सोलर रूफ टॉप पॉलिसी में आवश्यक बदलाव की जरूरत पर अपनी बात रखते हुए सहमति व्यक्त की। इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंघल ने बताया कि आईआईए सदस्यों से अभी तक लगभग 14000 किलोवाट की सोलर रूफटॉप कनेक्शन की सहमति उत्तर प्रदेश के विभिन्न इंडस्ट्रियल एरिया के इंडस्ट्रीज से प्राप्त हो चुकी है, यद्यपि आईआईए का लक्ष्य एक लाख किलोवाट रूफटॉप प्लांट लगवाने का है, यदि सरकार उद्योगों में नेट मीटरिंग व्यवस्था की आईआईए की मांग को मान लेती है।

रूफटॉप सोलर सिस्टम लोगों के लिए आर्थिक और पर्यावरण तौर पर फायदेमंद है। रूफटॉप सोलर सिस्टम से जहां बिजली की खपत कम होगी और वहीं बिल कम आएगा। इसके साथ ही उद्यमियों को गर्मी के दिनों में होने वाली बिजली कटौती की समस्या से भी निजात मिलेगी। गर्मी के मौसम में बिजली की खपत अधिक होने के कारण कटौती भी ज्यादा होती है। जिस कारण उद्यमियों को भी अपना कारोबार करने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। रूफटॉप सोलर सिस्टम से उत्तर प्रदेश को सोलर सिटी के रूप में विकसित कर हरित एवं स्वच्छ सौर औद्योगिक क्षेत्र में अपना अहम योगदान दे सकेंगे। कार्यक्रम के दौरान यूपीनेडा के डायरेक्टर ने शामली इंडस्ट्रियल एरिया के इंडस्ट्रीज में सोलर रूफटॉप पॉवर प्लांट लगाने के लिए पांच उद्यमियों (निकिता पेपर लिमिटेड -1500 किलोवाट, करियर व्हील्स प्राइवेट लिमिटेड 575 किलोवाट, अमर प्रिंटर्स 500 किलोवाट, सेवाराम मेटल्स 220 किलोवाट एवं राज रिम उद्योग 200 किलोवाट) को प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान किए और उनके प्रयास की सराहना की।

यूपीनेडा के निदेशक अनुपम शुक्ला ने सोलर रूफटॉप लगाने की दिशा में आगे बढ़ने पर जोर दिया। कहा कि ऐसा करके ही हम शहर को सोलर सिटी के रूप में विकसित कर सकते हैं। आईआईए का यह प्रयास सार्थक साबित हो रहा है, अन्य उद्यमियों को भी आईआईए के इस कार्य में अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार के साथ-साथ उद्यमियों को भी आगे बढ़कर कदम बढ़ाने होंगे। तभी हम उत्तर प्रदेश को सोलर सिटी के रूप में विकसित कर हरित एवं स्वच्छ सौर औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना कर संकेगे।

प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि पूरे प्रदेश में रूफटॉप सोलर सिस्टम के जरिए 22 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन किया जाए। ग्रीन और सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने सोलर रूफटॉप योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत यदि आप डिस्कॉम पैनल में शामिल किसी भी सेलर से घर की छत पर सोलर पैनल लगवाना होगा। वहीं छह हजार मेगावाट का उत्पादन शुरू भी हो गया है। इस दौरान आईआईए के महासचिव आलोक अग्रवाल उपस्थित रहे।