यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निर्धारित लक्ष्य से दोगुना निवेश हासिल करेगा यमुना प्राधिकरण
उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। अगले सप्ताह लखनऊ में होने वाले यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में यमुना प्राधिकरण के नाम एक और रिकॉर्ड दर्ज होगा। यह रिकार्ड प्रदेश में किसी भी प्राधिकरण द्वारा सबसे अधिक औद्योगिक निवेश और रोजगार उपलब्ध कराने का होगा। शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य से 21 हजार करोड़ रुपये अधिक के निवेश को लेकर देश विदेश की नामचीन कंपनियों के साथ यमुना प्राधिकरण द्वारा एमओयू साइन किया गया है। इनवेस्टर समिट के आयोजन में अभी 7 दिन शेष है और लगभग सवा लाख करोड़ रुपये निवेश के विभिन्न प्रस्ताव प्राधिकरण के पास पेंडिंग है, जिनकी स्क्रूटनी की जा रही है। स्क्रूटनी के दौरान निर्धारित मानदंड को पूरा करने वाले प्रस्तावों को हरी झंडी दी जाएगी। इसके अलावा ऐसे कई बड़े प्रस्ताव हैं जिस पर शासन स्तर से एमओयू साइन होंगे। ऐसे में संभावना जताई जा रही है यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में 2 लाख करोड़ से अधिक का निवेश आएगा। निवेश के साथ ही यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में रोजगार को लेकर आपार संभावनाएं हैं। ग्लोबल इनवेस्टर समिट में होने वाले औद्योगिक निवेश के परिणाम स्वरूप यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में लगभग साढ़े 4 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। यमुना प्राधिकरण के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि होगी। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में होने वाले औद्योगिक निवेश के प्रस्तावों की एक बड़ी खासियत यह है कि इसमें अमेरिका, डेनमार्क, स्वीडन, यूके, कोरिया, जापान सहित कई अन्य देशों के बड़े निवेशकों द्वारा हजारों करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
ग्रेटर नोएडा। अगले सप्ताह लखनऊ में होने वाले यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में यमुना प्राधिकरण के नाम एक और रिकॉर्ड दर्ज होगा। यह रिकार्ड प्रदेश में किसी भी प्राधिकरण द्वारा सबसे अधिक औद्योगिक निवेश और रोजगार उपलब्ध कराने का होगा। शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य से 21 हजार करोड़ रुपये अधिक के निवेश को लेकर देश विदेश की नामचीन कंपनियों के साथ यमुना प्राधिकरण द्वारा एमओयू साइन किया गया है। इनवेस्टर समिट के आयोजन में अभी 7 दिन शेष है और लगभग सवा लाख करोड़ रुपये निवेश के विभिन्न प्रस्ताव प्राधिकरण के पास पेंडिंग है, जिनकी स्क्रूटनी की जा रही है। स्क्रूटनी के दौरान निर्धारित मानदंड को पूरा करने वाले प्रस्तावों को हरी झंडी दी जाएगी। इसके अलावा ऐसे कई बड़े प्रस्ताव हैं जिस पर शासन स्तर से एमओयू साइन होंगे। ऐसे में संभावना जताई जा रही है यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में 2 लाख करोड़ से अधिक का निवेश आएगा। निवेश के साथ ही यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में रोजगार को लेकर आपार संभावनाएं हैं। ग्लोबल इनवेस्टर समिट में होने वाले औद्योगिक निवेश के परिणाम स्वरूप यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में लगभग साढ़े 4 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। यमुना प्राधिकरण के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि होगी। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में होने वाले औद्योगिक निवेश के प्रस्तावों की एक बड़ी खासियत यह है कि इसमें अमेरिका, डेनमार्क, स्वीडन, यूके, कोरिया, जापान सहित कई अन्य देशों के बड़े निवेशकों द्वारा हजारों करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
विदित हो कि लखनऊ में 10 से 12 फरवरी तक उत्तर प्रदेश ग्लोबल इनवेस्टर समिट का आयोजन होगा। इसके लिए यमुना प्राधिकरण को 80 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव लाने का लक्ष्य दिया गया था। इसके सापेक्ष में यमुना प्राधिकरण ने अब तक 71 कंपिनयों के साथ 1,01,385 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्तावों का एमओयू किया है। यह निर्धारित लक्ष्य से 26 फीसद अधिक है। समिट से पहले यह आंकड़ा और बढ़ेगा। करीब 6 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्रक्रिया अंतिम चरण में हैं। उन पर जल्द फैसला ले लिया जाएगा। इसके अलावा दर्जनों प्रस्तावों की स्क्रूटनी की जा रही है जिन कंपनियों से एमओयू किया गया है, उसमें मेडिको इलेक्ट्रोस ने 510 करोड़, जयपुरिया 1500 करोड़, एसएसजी फर्निसिंग सेल्यूशन ने 610 करोड़, जेबीएम ने 1000 करोड़, 2 बीई एजुकेट प्रालि ने 14730 करोड़, एर्डोनिंग पॉली फाइबर ने 1500 करोड़, एयान शिपिंग ने एक हजार करोड़ रुपये का निवेश का प्रस्ताव शामिल है। इसके अलावा प्रेते पोर्टो फैशन प्रालि ने 530 करोड़, यासिका ने 205 करोड़, क्यू लाइन बायोटेक ने 600 करोड़, रतन मेडिकोज ने 1000 करोड़ रुपये, आईटी कंपनी अंतरिक्ष इंडिया ने 500 करोड़, पेयरो स्फेयर इंडिया ने 1500 करोड़, पेस्पिको ने 1500 करोड़, फन जू ने 500 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव पर एमओयू साइन किया है।
जापान और कोरया से होगा बंपर निवेश
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में अमेरिका, डेनमार्क, स्वीडन, यूके, कोरिया, जापान सहित कई अन्य देशों के बड़े निवेशकों द्वारा कई बड़े निवेश को लेकर एमओयू साइन किये गये हैं। जानकारी के मुताबिक प्राधिकरण क्षेत्र में जापान और दक्षिण कोरिया के निवेशकों द्वारा बंपर निवेश किया जाएगा। यहां की कंपनियां टॉय पार्क और मेडिकल डिवाइस पार्क में निवेश करेंगी। इनके साथ ही यमुना सिटी में 500-500 हेक्टेयर जमीन पर जापान और कोरिया सिटी भी बसाई जाएंगी। इन दोनों सिटी में अलग से 40 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा।