यशोदा मेडिसिटी ने बढ़ाया महिलाओं की सेहत की ओर कदम

  • महिलाओं की सेहत को समर्पित यशोदा मेडिसिटी का बड़ा कदम
  • सर्वाइकल कैंसर जागरूकता सत्र के साथ शुरू हुआ दो सप्ताह लंबा महिला स्वास्थ्य और परिवार कल्याण अभियान

उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। महिलाओं के स्वास्थ्य और परिवार के कल्याण को केंद्र में रखते हुए यशोदा मेडिसिटी ने एक महत्वपूर्ण जागरूकता अभियान की शुरुआत की है। यशोदा संस्थान कैंसर देखभाल महिला कैंसर केंद्र ने कान्फ्रेंस ऑफ ऑब्सटेट्रिक एंड गायनोकोलॉजिकल सोसाइटी (केएमओजीएस) के सहयोग से सर्वाइकल कैंसर से बचाव: परिस्थितियों से समाधान तक विषय पर बुधवार को एक व्यापक जागरूकता सत्र आयोजित किया। यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान के समर्थन में आयोजित की गई।
यशोदा मेडिसिटी ने इस अवसर पर दो सप्ताह का महिला स्वास्थ्य और परिवार कल्याण अभियान भी प्रारंभ किया, जिसके तहत महिलाओं को कैंसर देखभाल, हृदय रोग, मानसिक स्वास्थ्य, फेफड़ों की बीमारियों और अन्य विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाओं की सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएँगी। इस अवसर पर महापौर सुनीता दयाल विशेष रूप से उपस्थित रहीं। उन्होंने कहा कि महिलाओं का स्वास्थ्य ही परिवार की नींव है। समय पर जांच और इलाज से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से पूरी तरह बचा जा सकता है।

यशोदा मेडिसिटी जिस तरह महिलाओं की देखभाल और रोकथाम में अग्रणी भूमिका निभा रहा है, वह समाज के लिए अनुकरणीय है। प्रधानमंत्री जी के जन्मदिन पर इस तरह की पहल को देखकर गर्व होता है। यह सिर्फ स्वास्थ्य नहीं, बल्कि महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में भी बड़ा कदम है। सत्र में मौजूद विशेषज्ञ चिकित्सकों ने महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाव की महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने एचपीवी टीकाकरण, पैप स्मीयर जांच और नियमित स्वास्थ्य परीक्षण के महत्व पर जोर दिया।

यशोदा मेडिसिटी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक डॉ. पी.एन. अरोड़ा ने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल इलाज प्रदान करना नहीं है, बल्कि रोकथाम और जागरूकता के माध्यम से महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति सजग बनाना भी है। यह अभियान महिलाओं को न सिर्फ स्वस्थ जीवन जीने का अवसर देगा, बल्कि उन्हें समाज में सशक्त और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी प्रेरित करेगा। हमें गर्व है कि यशोदा मेडिसिटी इस तरह के सामाजिक और स्वास्थ्य अभियानों में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। समय पर जांच, टीकाकरण और जागरूकता ही कैंसर जैसी बीमारियों से बचाव का सबसे बड़ा हथियार है। यशोदा मेडिसिटी की प्रबंध निदेशक डॉ. उपासना अरोड़ा ने कहा कि हमारा लक्ष्य ऐसा स्वास्थ्य वातावरण तैयार करना है जहाँ इलाज के साथ-साथ रोकथाम को भी समान महत्व दिया जाए। सर्वाइकल कैंसर उन बीमारियों में से है जिसे समय पर जांच और टीकाकरण से रोका जा सकता है। इस अभियान के ज़रिए हम महिलाओं को जागरूक कर उन्हें लंबा और स्वस्थ जीवन जीने का अवसर देना चाहते हैं।

वहीं, डॉ. सतिंदर कौर, वरिष्ठ निदेशक एवं प्रमुख, स्त्री रोग कैंसर विभाग और रोबोटिक शल्य चिकित्सा, ने कहा कि समय पर की गई जांच से जीवन बचाया जा सकता है। महिलाएं अक्सर अपनी सेहत को लेकर पीछे हट जाती हैं, लेकिन यह कार्यक्रम उन्हें प्रेरित करता है कि वे बिना किसी झिझक के जांच करवाएँ और स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाएँ। आने वाले दो हफ्तों तक कैंप, मुफ्त जांच और परामर्श सेवाएँ उपलब्ध कराई जाएँगी। यशोदा मेडिसिटी की इस पहल का मुख्य उद्देश्य यह है कि स्वस्थ महिला ही सशक्त परिवार की आधारशिला है। कैंसर जैसी बीमारियों से बचाव केवल चिकित्सा ही नहीं बल्कि सामाजिक जागरूकता का विषय भी है। इस अभियान के माध्यम से न केवल महिलाएं बल्कि पूरा समाज स्वस्थ जीवनशैली और समय पर जांच की दिशा में प्रेरित होगा।

दो सप्ताह का स्वास्थ्य अभियान:
यशोदा मेडिसिटी द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान में शामिल होंगे।
• नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर- महिलाओं के लिए विशेष जांच और परामर्श
• सर्वाइकल कैंसर रोकथाम पर कार्यशालाएँ – स्कूलों, कॉलेजों और सामाजिक संस्थाओं में जागरूकता कार्यक्रम
• विशेष परामर्श सेवाएँ – कैंसर, हृदय रोग, मानसिक स्वास्थ्य और फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों पर विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन
• टीकाकरण और जांच सुविधा – एचपीवी टीकाकरण और पैप स्मीयर टेस्ट पर विशेष ध्यान
• परिवार कल्याण कार्यक्रम – महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ परिवार को जोडऩे वाली सेवाएँ
• स्वस्थ नारी से बनेगा सशक्त समाज