योगी आदित्यनाथ ने कहा… उत्तर प्रदेश को बीमारू से भारत की वृद्धि का इंजन बनाया, गाजियाबाद से जुड़े विकास के नए रास्ते

-पूर्व सांसद रमेश चंद्र तोमर की पुस्तक ‘भारतवर्ष की स्वर्णाभा-नरेन्द्र मोदी’ का विमोचन कर युवाओं को प्रेरणा देने का आह्वान
-उत्तर प्रदेश अब 36 लाख करोड़ रुपए अर्थव्यवस्था तक पहुंचने वाला प्रदेश, मुख्यमंत्री ने नागरिकों से सुझाव मांगे और विकास में भागीदारी का आह्वान किया
-तकनीकी और विशेषज्ञों की मदद से 12 सेक्टरों में सुझाव एकत्रित कर गाजियाबाद को मॉडल जिला बनाने की योजना

उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम, नेहरू नगर में शुक्रवार को आयोजित विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश-2047 कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश को पूर्ववर्ती सरकारों ने बीमार बना दिया था, लेकिन वर्तमान की भाजपा सरकार ने इसे भारत की वृद्धि का इंजन बना दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश अब 36 लाख करोड़ रुपए अर्थव्यवस्था तक पहुंचने वाला राज्य बनने जा रहा है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है और प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हुई है। उन्होंने नागरिकों से विकास के लिए सुझाव देने का आग्रह किया और गाजियाबाद की नकारात्मक छवि पर भी बात की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आठ साल पहले देश के विकास की राह में उत्तर प्रदेश को बैरियर माना जाता था, पिछली सरकारों ने इसे बीमारू राज्य बना दिया था। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दुनिया के सबसे लोकप्रिय राजनेता के मार्गदर्शन में वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में जब भाजपा की सरकार बनी तो प्रदेश ने हर क्षेत्र में तरक्की की। यही वजह है कि अब भारत की ग्रोथ का इंजन उत्तर प्रदेश बन गया है। प्रदेश अब देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला राज्य है और जल्द ही पहले स्थान पर होगा।

शुक्रवार को यह बातें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेहरू नगर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तित्व पर पूर्व सांसद रमेश चंद तोमर द्वारा लिखी पुस्तक के विमोचन और विजन उत्तर प्रदेश-2047 के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में कहीं।उन्होंने कहा कि यूपी की अर्थव्यवस्था 12 लाख से बढ़कर पिछले 9 सालों में कोरोना महामारी का सामना करने के बावजूद अब 36 लाख करोड़ तक पहुंचाने वाला हैं। प्रति व्यक्ति आय तीन गुना अधिक हुई। अन्नदाता के जीवन में खुशहाली लाने का प्रयास किया जा रहा है। बेहतर इंफ्रास्ट्रकचर,एक्सप्रेस-वे,हाईवे सबसे अच्छे उत्तर प्रदेश में हैं। सबसे बड़ा मेट्रो और रेलवे का नेटवर्क भी उत्तर प्रदेश में है। इससे प्रदेश की छवि अच्छी हुई है। 2047 तक विकसित भारत के लिए प्रधानमंत्री ने पंच प्रण की बात देशवासियों से कही है।

इनमें विरासत का सम्मान करने, गुलामी की मानसिकता और चिन्ह को समाप्त करने, सैनिकों का सम्मान करने, सामाजिक समता का व्यवहार करने और नागरिक कर्तव्य का निर्वहन करने की बात शामिल है। भारत तभी विकसित होगा,जब उत्तर प्रदेश विकसित होगा।उत्तर प्रदेश तब विकसित होगा जब गाजियाबाद समेत हर जिले विकसित होंगे। आने वाले सालों में प्रदेश का विकास कैसे हो, इसके लिए 300 विशेषज्ञों को फील्ड में उतारा गया है।वह प्रत्येक जिले में जाकर लोगों के सुझाव ले रहे हैं। कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, औद्योगिक , व्यापार,सामाजिक सुरक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर सहित 12 प्रमुख सेक्टरों से जुड़े लोगों से सुझाव लिए जा रहे हैं, मेरी अपील है कि वह विकास की इस यात्रा में सहभागी बनें। सभी लोग समर्थ उत्तर प्रदेश के पोर्टल पर जारी क्यूआर कोड को स्कैन कर अपने सुझाव प्रदेश सरकार को दें। तीन बेहतर सुझाव देने वालों को जिला स्तर पर और पांच बेहतर सुझाव देने वालों को प्रदेश स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने जिले के लोगों को शरदीय नवरात्र की मंगलमय शुभकामनाएं देते हुए अपने संबोधन को समाप्त किया।

प्रधानमंत्री मोदी के पंच प्रणों को अंगीकार करने का आह्वान
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रोफेसर रमेश चंद तोमर को भारतवर्ष की स्वर्ण आभा- नरेंद्र मोदी पुस्तक को लिखने और विमोचन के लिए बधाई देता हूं। लिखना एक साधना है। हर व्यक्ति लिख नहीं सकता है, हर व्यक्ति सोच नहीं सकता है, हर व्यक्ति बोल नहीं सकता है।लेकिन सोचने,लिखने और बोलने का कार्य पूर्व सांसद प्रो. रमेश चंद तोमर ने अपने शिक्षक पेशे के अनुरूप किया है। इस पुस्तक को युवाओं को पढ़कर प्रधानमंत्री के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए, इस तरह की पुस्तक सभी पुस्तकालयों में होनी चाहिए। अपराध के लिए जाना जाता था गाजियाबाद-गौतमबुद्धनगर:मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वह सांसद थे तो दिल्ली में आते थे। उस वक्त गाजियाबाद की छवि अच्छी नहीं थी। यह जिला गैंगस्टर के लिए जाना जाता था। अपराध को लेकर इस जिले पर फिल्म बन चुकी थी। अपराध और गंदगी गाजियाबाद की पहचान थी और गौतमबुद्धनगर लूट का अड्डा एवं बेईमानी का जरिया बना था। कहा जाता था कि जो मुख्यमंत्री नोएडा जाता था, वह दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनता था। लूट खसोट वालों ने यह भ्रांति फैलाई थी,मैं मुख्यमंत्री के बाद कई बार नोएडा गया और पांच साल पूरे होने के बाद दोबारा मुख्यमंत्री बना।

बिजनौर के बारे में कहा गया कि वहां रात को नहीं रुकना चाहिए, मैं वहां पर रुका। आगरा के बारे में लोग कहते थे कि वहां के सर्किट हाउस में न रुकें, वहां भूत आता है तो मैंने जवाब देते हुए कहा कि भूत का साक्षात्कार करूंगा और सकिज़्ट हाउस में रुका। जब जिद हो तो कोई बाधा आपके मार्ग की बाधा नहीं बन सकती है, जिद स्वार्थ की नहीं विकास की होनी चाहिए। समाज और राष्ट्र से जुड़े कार्य की होनी चाहिए। वर्तमान में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आने पर नौकरियों के खतरे की चर्चा खूब है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि टेक्नालाजी किसी को बेरोजगार नहीं करती है, बल्कि विकास के नई राह दिखाती है। बस जरूरी यह है कि हम इसे किस रूप में लेते हैं। कंप्यूटर आने पर भी नौकरी जाने का खतरा बताकर आंदोलन किए गए। लेकिन इससे नौकरी नहीं गई। उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक उवज़्रा भूमि है, किसान नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें, जल प्रबंधन में, नदियों के पुनरोद्धार के बारे में नई तकनीक का इस्तेमाल करें। पहले लोगों के पास मोबाइल नहीं थे लेकिन मुमकिन है कि भविष्य में मोबाइल ही सबसे जरूरी हो, आज हम टेलीमेडिसिन का लाभ ले रहे हैं। कुछ साल बाद मोबाइल ही डॉक्टर की तरह कायज़् कर लोगों की बीमारी के बारे में बताए और उपचार के तरीके बताए।

मोदी के पंच प्रणों को हम सभी को करना चाहिए अंगीकरण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंच प्रणों को हम सभी को अंगीकरण करना चाहिए। भारत तभी विकसित होगा जब उत्तर प्रदेश विकसित होगा और उत्तर प्रदेश को विकसित करने का रास्ता जनपद गाजियाबाद से जाता है। तो जनपद गाजियाबाद को विकसित बनाना हमारी और जनपद गाजियाबाद के नागरिकों की जिम्मेदारी है। वह नागरिक किसी भी क्षेत्र में कायज़्रत हो चाहे वह शिक्षा क्षेत्र में हो, चिकित्सा क्षेत्र में हो, उद्योग में हो, श्रमिक हो या किसी अन्य क्षेत्र में हो। हमें हर स्तर से अपने आप को मजबूत बनाना है। हमें यह चाहिए कि हम कोई भी कार्य कर रहे हैं वह हम स्वयं के लिए नहीं बल्कि देश के लिए कर रहे हैं। इस दौरान 12 सेक्टरों की प्रदर्शनी भी विभागों द्वारा लगाई गई थी। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

प्रो. रमेश चन्द्र तोमर ने श्रीराम मंदिर एवं श्रीमहंत नारायण गिरी,पुलिस कमिश्नर जे रविन्दर गौड़,जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड़ द्वारा प्रतीक चिन्ह भेंट कर मुख्यमंत्री का स्वागत व सम्मान किया गया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री सुनील कुमार शर्मा,राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप,बागपत सांसद डॉ.राजकुमार सांगवान,सांसद अतुल गर्ग,महापौर सुनीता दयाल,जिला पंचायत अध्यक्ष ममता त्यागी,सदर विधायक संजीव शर्मा ,विधायक अजीत पाल त्यागी,विधायक नंदकिशोर गुर्जर, धौलाना विधायक धर्मेश तोमर,पूर्व सांसद डॉ.अनिल अग्रवाल, एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज,पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेंद्र सिसोदिया, महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल, जिलाध्यक्ष चैनपाल गुर्जर, प्रोफेसर पूर्व सांसद रमेश चंद्र तोमर, श्रीमहंत नारायण गिरी सहित अन्य मंचाशीन अतिथियों द्वारा पुस्तक का विमोचन किया गया।

गाजियाबाद की नकारात्मक छवि को तोड़ा, मिथकों को खत्म कर विकास को प्राथमिकता बनाई: योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व सांसद रमेश चंद्र तोमर की पुस्तक का विमोचन किया और हृदय से बधाई दी। पुस्तक लिखने को एक साधना बताते हुए कहा कि बोलना, सोचना और लिखना कुछ ही लोगों का धन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश के शताब्दी संकल्प कार्यक्रम और पूर्व सांसद रमेश चंद्र तोमर की पुस्तक का विमोचन के लिए पहुंचे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेहरूनगर स्थित पंडित दीनदयाल ऑडिटोरियम से कहा कि पहले गाजियाबाद की पहचान अपराधियों और गैंगस्टर से होती थी। जब गाजियाबाद और मेरठ 12 लेन के एक्सप्रेस-वे के साथ जुड़ा और रैपिड रेल के साथ जुड़ा तो यहा की छवि भी सुधर गई। आज गाजियाबाद को कई गंदा नहीं कह सकता है। आज गाजियाबाद को कोई गैंगस्टर का क्षेत्र नहीं कह सकता। आज गाजियाबाद की पहचान औद्योगिक नगरी के रूप में और शिक्षा के बढ़ते केंद्र के रूप में हो रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं पहला मुख्यमंत्री रहा जो पांच साल तक मुख्यमंत्री रहने के बाद दोबारा लोगों ने मुझे पांच वर्ष के लिए चुना। सभी कहते थे कि गौतमबुद्धनगर जो जाएगा। वह मुख्यमंत्री नहीं रहेगा। मैंने कहा कि अब मैं जाऊंगा जरूर और गया भी। यह देखना था कि इसको अभिशाप क्यों बनाया गया है। यह तो बाद में पता चला कि जो लूट खसोट करने वाले थे। उन्होंने यह मिथक बनाए थे। बिजनौर के लिए भी कहा जाता था कि वहां रात में नहीं रुकना चाहिए। वहां रुकने की बात आई तो वहां के जिलाधिकारी ने कई उपाय बताए कि यहां होटल नहीं है यहां गेस्ट हाउस पुराना है। मैं रात्रि में वहां रूका। इसी प्रकार आगरा के लिए भी कहा जाता था कि वहां सर्किट हाउस में नहीं रूकना चाहिए वहां भूत आ जाएंगे। मैंने कहा कि मैंने भूत से साक्षात्कार के लिए ही यहां आया हूं। उन्होंने कहा कि जब यह जिद हो तो कोई बाधा मार्ग की बाधा नहीं बन सकती। यह जिद विकास के लिए होनी चाहिए व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए नहीं होनी चाहिए।