हरियाणा में संगीन धाराओं में एफआईआर
नई दिल्ली। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज युवराज सिंह पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। हरियाणा पुलिस उन्हें कभी भी अरेस्ट कर सकती है। दलित समाज के प्रति अपमानजनक टिप्पणी के प्रकरण में पुलिस ने युवराज के खिलाफ संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है। आरोप है कि युवराज सिंह ने विगत एक जून 2020 को भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज शर्मा के साथ वीडियो चैट पर युजवेंद्र चहल के प्रति अभद्र व अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया था। इस चैट का वीडियो वायरल होने के बाद युवराज को माफी भी मांगनी पड़ी थी। हरियाणा पुलिस ने हिसार के थाना हांसी में आईपीसी की धारा-153, 153ए, 295 व 505 के अलावा एससी/एसटी एक्क्ट में रिपोर्ट दर्ज की है। दरअसल नेशनल अलायंस और दलित ह्यूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन ने 11 जनवरी को अदालत में याचिका दायर की थी। रजत का कहना था कि पिछले साल 2 जून को युवराज सिंह के खिलाफ हांसी पुलिस से शिकायत की थी। शिकायत में युवराज के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की गई थी। 8 माह बाद कोर्ट ने युवराज के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। इस प्रकरण में युवराज सिंह पहले ही माफी मांग चुके हैं। पिछले साल उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट लिखा था कि मैं ये बात साफ कर देना चाहता हूं कि मैं किसी भी तरीके के भेदभाव में यकीन नहीं रखता हूं। चाहे वो भेदभाव जाति के आधार पर हो, रंग के आधार पर हो, लिंग के आधार पर या मजहब के आधार पर हो। मैं अपना जीवन नागरिकों की भलाई के लिए जीता आया हूं और आगे भी जीता रहूंगा। उधर, हरियाणा पुलिस इस मामले में जल्द युवराज सिंह को पूछताछ के लिए तलब कर सकती है।