नोएडा एयरपोर्ट : निर्माण कार्य के लिए उच्च स्तरीय अनुमति

ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) का निर्माण कार्य आरंभ करने की अनुमति मिल गई है। नागर विमानन महानिदेशालय ने इसकी मंजूरी प्रदान कर दी है। पिछले दिनों उप महानिदेशक के नेतृत्व में नागर विमानन महानिदेशालय की टीम ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड व विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के अफसरों के साथ मीटिंग की थी। टीम ने एयरपोर्ट साइट का निरीक्षण कर जरूरी डाटा एकत्र किया था। एयरपोर्ट निर्माण के लिए नागर विमानन महानिदेशालय की अनुमति जरूरी है।

नोएडा एयरपोर्ट के शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम तय होते ही विमानन महानिदेशालय की टीम ने निर्माण साइट का दौरा किया था। टीम ने मौके पर एयरपोर्ट के लिए अधिगृहीत जमीन की स्थिति, उसकी मालिकाना स्थिति आदि जांच एवं निरीक्षण किया था। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के नोडल अफसर शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि नागर विमानन महानिदेशालय ने एयरपोर्ट निर्माण के लिए सहमति दे दी है। शिलान्यास के बाद एयरपोर्ट का निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ेगा।

एयरपोर्ट साइट पर जमीन के समतलीकरण व चारदीवारी का काम चल रहा है। एयरपोर्ट की चारदीवारी करीब 17 किमी लंबी होगी। इसके सात किमी हिस्से में चारदीवारी के लिए पिलर के आधार तैयार हो चुका है। नोएडा एयरपोर्ट का निर्माण कार्य 29 सितंबर 2024 तक पूरा होना है। पहले चरण में दो रनवे बनाए जाएंगे। हालांकि एक रनवे के साथ एयरपोर्ट से 2024 में यात्री सेवाओं की शुरूआत हो जाएगी। यात्रियों की संख्या बढ़ने पर दूसरे रनवे का निर्माण होगा। रनवे के साथ टर्मिनल बिल्डिग व एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर व अन्य यात्री सुविधाएं विकसित की जाएंगी।