चीफ इंजीनियर ने ठेकेदार को ठोका, जेई और एई को भी नहीं बख्शा, सड़क निर्माण में किया था खेला

सड़क निर्माण में खेल करने वाले ठेकेदार पर चीफ इंजीनियर ने चलाया हंटर, ठेकेदार का 5 लाख का भुगतान रूका, एई व जेई को प्रतिकूल प्रविष्टि, इस कार्रवाई से ना सिर्फ ठेकेदारों में बल्कि निर्माण विभाग के इंजीनियरों में भी हड़कंप मच गया है।

गाजियाबाद। नगर निगम के विजय नगर जोन में सड़क निर्माण में मानकों की अनदेखी की गई। शिकायत मिलने पर निर्माण विभाग ने जांच कराई तो सच्चाई सामने आ गई। मामला नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर पर पहुंच गया। ऐसे में ठेकेदार के अलावा एई और जेई पर भी कार्रवाई की गई है। ठेकेदार का 5 लाख रुपए भुगतान पर रोक लगा दी गई है। जबकि एई और जेई को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। इस कार्रवाई से ना सिर्फ ठेकेदारों में बल्कि निर्माण विभाग के इंजीनियरों में भी हड़कंप मच गया है।

नगर निगम के चीफ इंजीनियर एनके चौधरी के मुताबिक सड़क की जांच-पड़ताल करने पर पता चला कि ठेकेदार ने बगैर बड़े पत्थर और तारकोल मिक्स बिना टेेंडर से ज्यादा सड़क का निर्माण कर दिया था। विजय नगर जोन के वार्ड-55 में सम्राट चौक से गोल्डन पब्लिक स्कूल तक सड़क निर्माण का ठेका बालाजी इंफ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड को मिला था। इस कार्य पर लगभग 1 करोड़ 13 लाख रुपए खर्च होने हैं। बीएम और एसडीबीसी दोनों लेयर डालकर सड़क का निर्माण होना था, लेकिन ठेकेदार ने बीएम की लेयर नहीं डाली।

जबकि एस्टीमेट में बीएम लेयर डालने का प्रावधान था। इसके अलावा ठेकेदार ने अधिक सड़क का निर्माण कर कुछेक स्थानों पर सिर्फ दिखाने के लिए बड़े पत्थर डाले और बाद में एसडीबीसी की सिर्फ एक परत बिछाकर निर्माण कार्य पूरा कर दिया। इस मामले में ठेकेदार के साथ-साथ जूनियर इंजीनियर गणेशी लाल भी संदेह के घेरे में आ गए हैं। इसलिए निर्माण विभाग के सहायक अभियंता श्याम सिंह एवं अवर अभियंता गणेशी लाल को भी अब चीफ इंजीनियर द्वारा प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी।

इस मामले में ठेकेदार को नोटिस जारी किया गया था। सवाल उठता है कि सड़क निर्माण के समय जूनियर इंजीनियर क्यों गहरी निंद्रा में सो रहे थे? नियम है कि निर्माण के समय जेई साइट पर मौजूद रहेंगे और काम की गुणवत्ता पर नजर रखेंगे। बता दें कि शहर में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को लेकर नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर काफी गंभीर है। वह समय-समय पर खुद फील्ड में जाकर कार्यों का जायजा लेते हैं।