ठेकेदारों की दबंगई से निगम अधिकारियों में गुस्सा, प्लांट की जांच करने पहुंचे इंजीनियर से बदसलूकी, बंधक बनाने की हुई कोशिश

आरोप है कि ठेकेदार और उसके गुर्गों ने इंजीनियर को बंधक बनाने का प्रयास किया। मामला चीफ इंजीनियर तक पहुंचा। चीफ इंजीनियर ने सख्ती दिखाते हुए इस मामले में काम में बाधा डालने के आरोप में ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कही। ठेकेदारों को जब इस बात की भनक लगी तो ठेकेदारों का एक प्रतिनिधि मंडल चीफ इंजीनियर से मिला। बहरहाल इस मामले में फिलहाल सबकुछ शांत हो गया है। लेकिन ठेकेदारों की इस हरकत से अधिकारियों में गुस्सा है। ऐसे में यदि फिर से ठेकेदारों द्वारा कोई ऐसी हरकत की जाती है तो कड़ी कार्रवाई तय है। चीफ इंजीनियर एनके चौधरी का कहना है कि वह ठेकेदारों को नगर निगम का सहयोगी मानते हैं। लेकिन यदि कोई ठेकेदार गलत काम करता है या फिर अनावश्यक दवाब बनाने की कोशिश करता है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। नगर निगम में ठेकेदारों की दबंगई नगर निगम अधिकारियों पर भारी पड़ रही है। ठेकेदारों द्वारा अधिकारियों पर अनावश्यक दवाब बनाने की कोशिश की जाती है और यदि कोई इनकी बात नहीं माने तो उसके साथ बदसलूकी भी की जाती है। एक मामले में नगर निगम के एक ठेकदार और उसके गुर्गों द्वारा प्लांट का निरीक्षण करने पहुंचे इंजीनियर के साथ बदसलूकी की गई। आरोप है कि ठेकेदार और उसके गुर्गों ने इंजीनियर को बंधक बनाने का प्रयास किया। मामला चीफ इंजीनियर तक पहुंचा। चीफ इंजीनियर ने सख्ती दिखाते हुए इस मामले में काम में बाधा डालने के आरोप में ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कही।

ठेकेदारों को जब इस बात की भनक लगी तो ठेकेदारों का एक प्रतिनिधि मंडल चीफ इंजीनियर से मिला। बहरहाल इस मामले में फिलहाल सबकुछ शांत हो गया है। लेकिन ठेकेदारों की इस हरकत से अधिकारियों में गुस्सा है। ऐसे में यदि फिर से ठेकेदारों द्वारा कोई ऐसी हरकत की जाती है तो कड़ी कार्रवाई तय है। चीफ इंजीनियर एनके चौधरी का कहना है कि वह ठेकेदारों को नगर निगम का सहयोगी मानते हैं। लेकिन यदि कोई ठेकेदार गलत काम करता है या फिर अनावश्यक दवाब बनाने की कोशिश करता है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हालिया घटना को लेकर ठेकेदार ने भी अपनी गलती मान ली है और घटना के बाबत स्पष्टीकरण भी दे दिया है। ठेकेदार ने इंजीनियर से बदसलूकी करने और बंधक बनाने के प्रयास के आरोपों को गलत बताया है।

ठेकेदार का कहना है कि जिस समय इंजीनियर प्लांट पर पहुंचे उस समय प्लांट पर वह मौजूद नहीं थे। ऐसे में संभव है कि प्लांट पर काम कर रहे कर्मचारी अधिकारी को पहचान नहीं पाये हो। नगर निगम कॉट्रैक्टर एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष प्रधान जयवीर गुर्जर का कहना है कि ठेकेदार अधिकारियों का सम्मान करते हैं। अधिकारियों के निर्देशानुसार ही ठेकेदार काम करते हैं। मेरी जानकारी में इस तरह का कोई विवाद नहीं आया है। हो सकता है कहीं कोई गलतफहमी हो गई हो। ठेकेदार नगर निगम परिवार का हिस्सा हैं। ऐसे में यदि परिवार में कहीं कोई बात होगी तो परिवार के लोग उसका निस्तारण कर लेंगे।