श्मशान घाट के आरोपी EO, JE और ठेकेदार गाजियाबाद से लखनऊ जेल में शिफ्ट

जांच को प्रभावित करने की आशंका पर उठाया गया कदम

गाजियाबाद। मुरादनगर के उखलारसी श्मशान घाट केस में जेल में बंद सभी 5 आरोपियों को स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) ने डासना जेल से लखनऊ की जेल में शिफ्ट कर दिया है। आरोपियों के खिलाफ लखनऊ में एसआईटी ने रिपोर्ट दर्ज करा रखी है। इस मामले में अब फास्ट ट्रायल भी लखनऊ में होगा। जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा के मुताबिक उखलारसी हादसे में आरोपी नगर पालिका परिषद की निलंबित अधिशासी अधिकारी निहारिका चौहान, रिटायर्ड अवर अभियंता चंद्रपाल सिंह, सुपरवाइजर आशीष कुमार, ठेकेदार अजय त्यागी व संजय गर्ग को डासना जेल से लखनऊ जेल में एसआईटी के निर्देश पर शिफ्ट किया गया है। एसआईटी की 5 सदस्यीय टीम ने मौका-मुआयना के दौरान आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत एकत्र किए थे। इन सबूतों के दम पर लखनऊ की कोर्ट में चार्जशीट जल्द पेश की जाएगी। इस मामले में फास्ट ट्रायल होना है। लखनऊ में एसआईटी के थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जा चुकी है। ट्रायल होने तक आरोपियों को डासना जेल में रखने का कोई औचित्य नहीं था। ऐसे में बीते शनिवार को एसआईटी जांच-पड़ताल पूरी होने के बाद डासना जेल से आरोपियों को लेकर लखनऊ रवाना हो गई। लखनऊ की अदालत में पेशकर जेल में दाखिल करा दिया गया था। उधर, डासना जेल में रहते हुए आरोपी जांच को प्रभावित करा सकते थे, इस आशंका के चलते यह कदम उठाया गया है। एसआईटी टीम को आशंका थी कि इस मामले में राजनीति भी हो सकती है। इसलिए एसआईटी ने कोर्ट में आरोपियों को लखनऊ जेल में शिफ्ट कराने के लिए आवेदन किया था। कोर्ट की मंजूरी मिलने पर उन्हें लखनऊ ले जाया गया। डासना जेल में आरोपियों ने एक डॉक्टर से साठ-गांठ कर ली थी। इसके बाद डॉक्टर के जरिए कुछ लोग इनसे मिलने भी पहुंचे थे। इसकी जानकारी होने पर एसआईटी ने जेल प्रबंधन के समक्ष आपत्ति भी जताई थी। इसके बाद डॉक्टर को भी जेल से अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया गया है।