क्राइम ब्रांच की टीम ने किया नकली नोटों का लालच देकर ठगी का पर्दाफाश

असली भारतीय करेंसी के बदले तीन गुना नकली करेंसी का लालच देकर करते थे ठगी, चार गिरफ्तार

गाजियाबाद। दिल्ली-एनसीआर में असली भारतीय मुद्रा के बदले तीन गुना भारतीय जाली मुद्रा देने के नाम पर ठगी करने वाले चार शातिर ठगों को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए ठग शातिर किस्म के है, जो कि असली भारतीय मुद्रा के बदले उसका तीन गुना नकली भारतीय मुद्रा देने के नाम पर लोगों को ठगते थे। आरोपी पिछले काफी समय से ठगी का कारोबार कर रहे थे।
एडीसीपी (क्राइम) सच्चिदानंद राय ने बताया कि क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी की टीम ने शुक्रवार रात को हापुड़ मोड़ के पास से वसीम उर्फ राजा पुत्र बसरूद्दीन निवासी ख्वाजा पार्क लच्छीपुर राम पार्क लोनी, शब्रे आलम उर्फ समीर उर्फ राहुल पुत्र बसीर अहमद हाल निवासी प्रेम नगर दिल्ली, मौहम्मद अंसार पुत्र तफेजुल हाल निवासी ग्राम सर्फाबाद गौतमबुद्धनगर और जितेन्द्र पुत्र मित्रसैन निवासी बागपत रोड मेरठ को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से 500-500 के 400 नकली नोट बरामद किया गया है।


पुलिस पूछताछ में आरोपी वसीम उर्फ राजा ने बताया कि उनका एक संगठित गिरोह है। जो असली भारतीय मुद्रा के बदले उसका तीन गुना नकली भारतीय मुद्रा देने के नाम पर लोगो से ठगी करते थे। जिसमें अनिल यादव, जगजीवन उर्फ जग्गु, शब्रे आलम उर्फ समीर, मौहम्मद अंसार व जितेन्द्र मिलकर योजना बनाकर लोगों को अपनी बातो में फंसाते थे। चारों आरोपियों को नकली करेंसी अनिल यादव लाकर देता था। सभी ने अपना फर्जी कार्ड बनवाया हुआ था। जो आगे पार्टी को दिखाने के लिए रखते थे। पाटी्र को अपनी बातों में फंसाकर उसके पैसो के बदले तीन गुना जाली भारतीय मुद्रा जो देखने मे असली नोट की तरह होते है देने का लालच देते थे। जब वह बातों में फंस जाता और नोट चेक कराने के लिए कहता है। तो उसे कुछ असली नोटो को कैस्टोफैन टेबलेट के पानी मे भिगाकर सुखा देते थे।

जिसको नकली करेंसी बताकर पार्टी को देते थे। 1 दूसरा असली नोट और उस बनाये हुए नोट पर एक साथ पानी डालते तो बनाया हुआ नोट गुलाबी रंग छोडने लगता है और वह नोट बाजार मे भी चल जाता था। इससे पाटी्र को भी विश्वास हो जाता था। जब उसे विश्वास हो जाता है और वह पार्टी अपने असली पैसे इन्हें देती तो योजनानुसार दो-तीन आदमी पुलिस-पुलिस कहकर दौडते आते और इस दौरान असली नोट लेकर वहां से भाग जाते थे। वहीं पुलिस के डर से पार्टी भी भाग जाती थी। उसके बाद अगले टारगेट की ओर आगे बढ़ जाते थे।

25 जुलाई को भी हरियाणा की एक पार्टी से ठगी का प्लान बनाया था। जिसमें वह काफी पैसा लेकर नोएडा सैक्टर 112 लेकर आने वाला था। साथी अनिल यादव व जगजीवन उर्फ जग्गु योजना के अनुसार पार्टी से पैसा लेने गये। लेकिन वहां पहले ही पुलिस पहुंच गई और पुलिस ने जगजीवन उर्फ जग्गु को असली रूपयो के बैंग के साथ पकड लिया था। रात भी आरोपी ठगी की फिराक में घूम रहे थे। एडीसीपी ने बताया पकड़े गए आरोपी गाजियाबाद, नोएडा, दिल्ली व आसपास के जिलों व राज्यों में ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके है।